भोपाल के युवा 3500 किमी की साइकिल यात्रा पर निकले, पर्यावरण सरंक्षण व प्लास्टिक पर रोक के लिए कर रहे जागरूक
जबलपुर। भोपाल के निखिल जाधव (24) और सुदीप दास (21) कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा पर निकले हैं। साढ़े तीन हजार की यात्रा के दौरान वे लोगों को पर्यावरण संरक्षण और संगल यूज प्लास्टिक पर रोक के लिए जागरूकता फैलाएंगे।
निखिल और सुदीप का मानना सोमवार को जबलपुर पहुंचे। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान शहर, गांव, स्कूल कॉलेज में पहुंचकर लोगों से रूबरू होकर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करने, पर्यावरण को सुरक्षित रखने और राम के चरित्र को आत्मसात कर बेहतर व्यक्तिव निर्माण करने का संदेश दे रहे हैं।
हिमाचल के कसौल से भोपाल तक 1300 किलोमीटर की सद्देश्य साइकिल यात्रा पूरी हो चुकी है। अब भोपाल से कन्याकुमारी तक 1200 किलोमीटर की यात्रा बाकी है।
IAS अफसर से हुए थे प्रभावित
निखिल ने बताया कि 2016 में ग्रीन प्लेनेट बाइसिकल राइडिंग संगठन से जुड़े। यहां आईएएस ऑफिसर सत्यप्रकाश ने उन्हें इतना प्रभावित किया कि निखिल साइिकल की इंजीनियरिंग से जुड़ गए। 2016 में निखिल ने पहली इलेक्ट्रिक साइकिल का मॉडल तैयार किया, जो स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट आते ही स्टार्टअप साक्षात्कार प्रतियोगिता में शामिल किया गया।
माता-पिता शशि धनंजय जाधव निखिल को रुचि में आगे बढ़ने में मदद करते हैं, तो दादी मधुमालती जाधव सच्ची मार्गदर्शक की तरह संबल बनकर साथ खड़ी होती हैं। सुदीप मुंबई में सेकंड ईयर के छात्र हैं।
सुदीप की पहली इतनी लंबी साइकिल यात्रा
वहीं, सुदीप की यह पहली इतनी लंबी साइकिल यात्रा है। 26 दिन पहले 1 जनवरी को निखिल और सुदीप भोपाल से दिल्ली पहुंचे। यहां से साइकिल लेकर कसौल पहुंचे। यहां से जनजागरण के साथ अनुभव जुटाने की साइकिल यात्रा शुरू हुई।
हिमाचल के कसौल से भुंतसर, मंडी, बिलासपुर यात्रा के पड़ाव रहे। मंडी के गुरुद्वारे में पनाह लेने पहुंचे, तो सेवाभाव ने उन्हें अभिभूत किया। निखिल कहते हैं कि गुरुद्वारे में हमें ऐसे रोका गया, जैसे कोई होटल मालिक लाभ बचाने के लिए रोकता है।