रतलाम में युवकी की हत्या, शव घर के बाहर फेंका, सड़क पर शव रखकर 4 घंटे प्रदर्शन

रतलाम। रतलाम में युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। इसके बाद शव उसके घर के बाहर फेंक दिया। आधी रात को गांव के दबंग उसे उठा ले गए थे। घटना के बाद गुस्साए परिजन ने शनिवार दोपहर सड़क पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। चार घंटे बाद कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। मामला पिपलौदा थानाक्षेत्र के शेरपुर गांव का है।
गांव में धारासिंह (27) पिता जुझार सिंह परिवार के साथ रहता था। वह मानसिक रूप से कमजोर था। शुक्रवार देर रात करीब 12 बजे गांव का रहने वाला राहुल सिंह पिता भोपाल सिंह 5 साथियों के साथ कार से आया। उसने धारासिंह को बुलाया। आते ही गाली-गलौज करते हुए लाठी-डंडों से पीटने लगा। इसके बाद गाड़ी में डालकर ले गए।
सुबह बरामदे में खून से लथपथ देखा शव
रात करीब दो बजे आरोपी उसे घर के बाहर छोड़ गए। परिजन ने बताया कि सुबह करीब 5 बजे मां जागी, तो बरामदे में खून से लथपथ धारासिंह को देखा। मौके पर गांव वाले भी इकट्ठे हो गए। गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए शव जावरा अस्पताल भिजवाया। दोपहर में पीएम के बाद शव परिजन को सौंप दिया।
दोपहर में सड़क पर शव रखकर चक्काजाम
शनिवार दोपहर 2 बजे परिजनों और गांव वालों ने रतलाम-सैलाना गांव पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। मौके पर जावरा एसडीओपी शक्तिसिंह, पिपलौदा थाना प्रभारी विक्रम सिंह भी पहुंच गए। उन्होंने समझाइश दी, लेकिन परिजन नहीं माने।
परिजनों ने आरोपियों का घर ढहाने की मांग की। शाम करीब 5:30 बजे जावरा एसडीएम अनिल भाना मौके पर पहुंचे। उन्होंने 48 घंटे में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और अतिक्रमण तोड़ने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन माने। शाम को शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया।
दो दिन पहले गाड़ी का कांच तोड़ने पर हुआ था विवाद
बहन गजेंद्र कुंवर ने बताया कि धारा सिंह मानसिक रूप से कमजोर था। 28 दिसंबर को आरोपी राहुल सिंह गाड़ी लेकर जा रहा था। इसी दौरान धारासिंह ने गाड़ी में पत्थर मार दिया। तब भी आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की थी।