मोहन यादव होंगे MP के नए मुख्यमंत्री, शिवराज ने सौंपा इस्तीफा; 13 दिसंबर को होगा शपथ ग्रहण
भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा ने एक बार फिर चौंकाया है। मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव होंगे। वे उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं। भोपाल स्थित BJP के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी। वे ओबीसी वर्ग से आते हैं। शिवराज सिंह ने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा। जिसका सभी विधायकों ने समर्थन किया। 13 दिसंबर को भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में नए सीएम का शपथ ग्रहण समारोह होगा।
दो डिप्टी सीएम – जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला। जगदीश देवड़ा मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ से विधायक हैं। देवड़ा SC वर्ग से आते हैं, जबकि राजेन्द्र शुक्ला रीवा सीट से विधायक हैं। ब्राह्मण वर्ग से आते हैं।
नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष होंगे। तोमर मुरैना जिले की दिमनी सीट से विधायक हैं।
इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम पद से इस्तीफा सौंप दिया। इसके लिए वह शाम करीब 5:45 बजे राजभवन पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल मंगूभाई पटेल को इस्तीफा सौंपा। राज्यपाल ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया।
मोहन यादव ने पेश किया सरकार बनाने का दावा
सीएम के रूप में नाम का ऐलान होने के बाद मोहन यादव राजभवन पहुंचे। यहां उन्होंने राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान उनके साथ शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल और वीडी शर्मा मौजूद रहे। साथ ही तीनों पर्यवेक्षक मनोहर लाल कट्टर, डॉ के. लक्ष्मण और आशा लकड़ा भी साथ रहे।
जानिए, अपने नए मुख्यमंत्री को
वर्ष – 58
शिक्षा – पीएचडी
व्यवसाय – व्यापार और कृषि
परिवार – पत्नी, दो बेटे, एक बेटी
1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्र संघ के सह-सचिव और 1984 में अध्यक्ष बने।
1984 में ABVP उज्जैन के नगर मंत्री और 1986 में विभाग प्रमुख बनाए गए।
1988 में ABVP मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य नियुक्त।
2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे।
2018 में दूसरी बार विधायक बने और शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी।
देवड़ा 8 बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके
जगदीश देवड़ा ने पहला चुनाव 1990 में सुवासरा विधानसभा से लड़ा था। वे अब तक भाजपा के टिकट पर 8 बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके है और 7 बार के विधायक हैं। इनमें से एक बार 1998 में हार का सामना करना पड़ा। वे उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सरकार में बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
मोहन यादव बोले- मैं पार्टी का छोटा सा कार्यकर्ता
मुख्यमंत्री के रूप में अपने नाम के ऐलान के बाद मोहन यादव ने कहा कि मैं पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं। प्यार और सहयोग के लिए पार्टी की स्टेट लीडरशिप और केंद्रीय लीडरशिप का बहुत बहुत धन्यवाद। मैं अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाऊंगा।
मोहन यादव की पत्नी सीमा यादव ने कहा कि मेहनत का फल अच्छा होता है। खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। भगवान महाकाल ने मेहनत का फल दिया है।
उनके सीएम की घोषणा के बाद मोहन यादव के घर जश्न का माहौल है। मोहन यादव की पत्नी सीमा यादव ने कहा कि मेहनत का फल अच्छा होता है। खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। भगवान महाकाल ने मेहनत का फल दिया है।
बैठक में पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर (CM हरियाणा), डॉ. के. लक्ष्मण (राष्ट्रीय अध्यक्ष, BJP OBC मोर्चा) और आशा लकड़ा (राष्ट्रीय सचिव भाजपा) शामिल रहे। इससे पहले, ग्रुप फोटो सेशन हुआ। इसमें हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए गए।
राजभोज एयरपोर्ट पर पर पारंपरिक लोक नृत्य से पर्यवेक्षकों का स्वागत किया गया। इसके बाद तीनों सीएम हाउस पहुंचे। यहां सीएम शिवराज ने पर्यवेक्षकों का स्वागत किया। सीएम शिवराज सिंह, मनोहर लाल खट्टर के साथ कार में बैठकर बीजेपी ऑफिस पहुंचे।