‘पीएम आवास में घर लेकर हम तो फंस गए, चार साल बाद भी पजेशन नहीं’
‘अपने घर का सपना लेकर उम्मीदों से मालीखेड़ी में पीएम आवास के तहत घर बुक किया था। बैंक से 12 लाख रुपए लोन भी लिया था। चार साल हो गए। अब तक पजेशन नहीं मिला। 8 हजार रुपए किराया चुका रहा हूं। इधर, हर महीने बैंक की किस्त भी जा रही है। अब तक पजेशन नहीं हुआ। ऐसे में घर का पूरा बजट गड़बड़ा गया है। नगर निगम के कई चक्कर काटे। वहां अफसर हर बार यह जवाब देकर टरका देते हैं कि जल्द हो जाएगा। निगम का मकान लेकर हम तो फंस गए’।
ये दर्द गणेशदत्त तिवारी है। उन्होंने मालीखेड़ी में पीएम आवास योजना के तहत मकान बुक किया था। गणेशदत्त की ही तरह ऐसे 400 हितग्राही हैं, जो चार साल आशियाने के लिए भटक रहे हैं, जबकि नगर निगम पूरा पैसा भी वसूल चुका है। निगम में कोई अफसर जवाब देने को तैयार नहीं।
400 से ज्यादा हितग्राही भटक रहे
2018 में नगर निगम ने पीएम आवास योजना के तहत मालीखेड़ी में 400 से ज्यादा लोगों ने आशियाने बुक कराए थे। यहां 80 करोड़ की लागत से 350 एलआईजी, 50 एमआईजी घर बनकर तैयार हैं। वहीं, ईडब्ल्यूएस के 324 फ्लैट्स भी बने हैं। निगम ने वादा किया था कि जुलाई 2022 तक पजेशन हो जाएगा, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। सभी हितग्राही निगम के चक्कर भटक रहे हैं।

आवास तैयार, सुविधाएं नहीं
यहां सभी मकान बनकर तैयार हैं। सड़क भी बन गई है। निगम ने हितग्राहियों को मकान भी आवंटित कर दिए हैं। मजे की बात तो ये है कि कई लोगों को निगम ने कुछ लोगों को पजेशन भी दे दिया है। हकीकत ये है कि यहां कुछ भी सुविधा नहीं है। न बिजली है और न पेयजल की ही व्यवस्था है।
80 फीसदी काम ही हो सका
एलआईजी में यहां कुल 14 लाइनें बनाई गई हैं। एक लाइन में 23 मकान हैं। यहां 80 फीसदी काम हो चुका है। सड़ भी बन गई है, लेकिन सुविधाएं नहीं हैं। ऐसे में रात में कई बार सामान भी चोरी हो जाता है।
अफसरों का वही जवाब- जल्द होगा पजेशन
नगर निगम आयुक्त फ्रेंक नोबल का कहना है कि जल्द ही मीटर लग जाएंगे। बिजली कंपनी से कनेक्शन मिलते ही मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवा दी जाएंगी। जल्द ही हितग्राहियों को पजेशन दे दिया जाएगा।