पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद हंगामा: परिजन ने लगाया जहर देकर मारने का आरोप
राजगढ़। राजगढ़ में युवक की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद हंगामा हो गया। परिजन ने सड़क पर शव रखकर चक्काजाम किया। परिजन ने पुलिस पर जहर देकर मारने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि एसपी ने भी डरा-धमकाकर भगा दिया।
घटना खिलचीपुर में सोमवार को हुई। मंगलवार को पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने गिरफ्तारी से पहले ही जहर खा लिया था। वहीं, परिजनों ने कहा कि उसके पास जहर कैसे आएगा। मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
सूचना पर तहसीलदार सोनू गुप्ता, एसडीओपी आनन्द राय और एसडीएम गुलाब चन्द्र बघेला समेत पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। एडिशनल एसपी आलोक कुमार शर्मा के दोषियों पर सख्त कार्रवाई के लिखित आश्वासन के बाद ही परिजन माने। तीन घंटे बाद चक्काजाम खत्म किया।
नाबालिग लड़की को भगा ले जाने का आरोप
थाना प्रभारी प्रभात गौड़ ने बताया कि तीन महीने पहले खिलचीपुर का रहने वाला करण मोग्या (20) एक नाबालिग लड़की को भगा ले गया था। लड़की के पिता ने करण के खिलाफ केस दर्ज कराया था। पुलिस ने 28 दिसंबर की रात दोनों को राजगढ़ बस स्टैंड के पास से पकड़ा था। नाबालिग के बयान के आधार पर युवक पर अपहरण और पॉक्सो की धाराएं बढ़ाई गई थीं।
हिरासत में तबीयत बिगड़ने लगी
पुलिस हिरासत में अचानक आरोपी की तबीयत बिगड़ने लगी। वह उल्टी करने लगा। पूछने पर बताया कि लड़की के पिता ने उसे धमकाया था, इसलिए जहर खा लिया। पुलिस आरोपी को खिलचीपुर अस्पताल ले गई, यहां कोई नहीं मिला। निजी अस्पताल में इलाज के बाद उसे राजगढ़ जिला अस्पताल ले जाया गया। हालत बिगड़ने पर भोपाल एलबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। 30 दिसंबर को मौत हो गई।
पुलिस ने नहीं बताया कि जहर खाया
मृतक के मामा पप्पू मोग्या ने बताया कि 28 दिसंबर शाम करण ने फोन लगाकर पकड़ने की सूचना दी। तब वह ठीक था। रात में करीब 1 बजे तबीयत बिगड़ गई। हमसे कहा जा रहा था कि उसका इलाज चल रहा है। अचानक करण को भोपाल रेफर कर दिया।
मैं एसपी के पास गया, तो वे कहने लगे- तबीयत खराब हो गई तो हम क्या करें? वो चोर, उसका बाप चोर, सजा तो मिलेगी। एसपी साहब ने डरा-धमकाकर भगा दिया। हमें भोपाल के अस्पताल से पता चला कि करण ने जहर खाया है। पुलिस सिर्फ तबीयत खराब होने की बात करती रही। अस्पताल में मैं उससे मिला, तो कहने लगा कि मुझे मारने की साजिश रची गई थी। थाने में एक मैडम है, उसने धमकाया कि 20 साल की सजा होगी।
एसपी बोले- जांच के बाद दोषियों पर करेंगे कार्रवाई
एसपी धर्मराज मीणा ने बताया कि करण मोगिया के परिजन न तो मेरे पास मिलने आए और न मैं उन्हें जानता हूं। कारण ने पुलिस गिरफ्त में आने से पहले जहर खा लिया था। पुलिस ने करण का भोपाल में अच्छे से इलाज कराया, उसके बावजूद मौत हो गई । इस मामले में हम जांच करवा रहे है ,जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।