शिवपुरी में आधी रात को बोलेरो में मिली दो EVM, कांग्रेसियों ने सेक्टर मजिस्ट्रेट पर लगाया बदलने का आरोप
शिवुपरी। शिवपुरी में आधी रात को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दो ईओएम और वीवी पैट लेकर खड़ी बोलेरो को पकड़ा है। कांग्रेसियों ने सेक्टर मजिस्ट्रेट पर चुनाव प्रभावित करने के आरोप लगाए हैं। घटना शुक्रवार रात 10 बजे की है।
कांग्रेसियों ने जब गाड़ी को पकड़ा तो, पहले सेक्टर मजिस्ट्रेट जीएस दीक्षित ने गाड़ी में ईवीएम होने से इनकार कर दिया। जब गाड़ी की तलाशी ली, तो उसमें ईवीएम निकलीं। फिर बोले- वह पोहरी विधानसभा के सेक्टर-3 के प्रभारी हैं। गोपालपुर क्षेत्र में ड्यूटी कर लौट रहे थे। उन्हें जमा कराने से पहले खाना खाने होटल पर रुक गए। विवाद बढ़ता देख एसडीएम, तहसीलदार और भारी पुलिस बल पहुंच गया। इसके बाद करीब डेढ़ घंटे तक रोड पर विवाद चलता रहा।
पहले सुनसान कब्रिस्तान इलाके में दिखी बोलेरो
जानकारी के मुताबिक बोलेरो को पहले कब्रिस्तान क्षेत्र में देखा गया था। यह सुनसान इलाका है। कुछ लोगों ने इसकी सूचना कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दे दी। बाद में बोलेरो गुरुद्वारा चौराहा क्षेत्र के एक होटल के सामने घंटों खड़ी रही। इस दौरान कांग्रेसी यहां पहुंच गए। सेक्टर मजिस्ट्रेट जीएस दीक्षित जैसे ही बोलेरो के पास पहुंचे, कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। पूछा गया कि कब्रिस्तान रोड पर क्या कर रहे थे, तो वे जवाब नहीं दे पाए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप था कि बोलेरो में ईवीएम बदलने और चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा था।

कांग्रेस प्रत्याशी समर्थकों ने किया हंगामा
पहले शिवपुरी कांग्रेस प्रत्याशी केपी कक्काजू मौके पर पहुंचे। कुछ देर बाद पोहरी कांग्रेस प्रत्याशी कैलाश कुशवाहा भी पहुंच गए। सूचना पर रिटर्निंग ऑफिसर जेपी गुप्ता और असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर संतोष धाकड़ भी पहुंचे।
कांग्रेस प्रत्याशी सेक्टर मजिस्ट्रेट पर एफआईआर की मांग कर रहे थे। जैसे-तैसे बोलेरो और सेक्टर मजिस्ट्रेट को वहां से निकाला जा सका। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता पॉलिटेक्निक कॉलेज स्ट्रांग रूम पहुंच गए, जहां कार्रवाई की मांग करते रहे। रात करीब दो बजे बोलेरो में रखी ईवीएम पुलिस अभिरक्षा में दी गई, तब मामला शांत हुआ।
निर्वाचन अधिकारी बोले- दोनों मशीनें खाली थीं
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी का कहना है कि वाहन में दो ईवीएम थी, जिनका इस्तेमाल नहीं किया गया था। देर रात मशीनों की जांच कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थकों के सामने कराई गई थी। दोनों मशीन खाली पाई गईं। इसके बाद दोनों ईवीएम को स्ट्रांग रूम में जमा करवा दिया गया।