श्योपुर में खदान के गड्ढे में दो भाई डूबे, मौत, छोटे को बचाने बड़ा भाई भी कूदा

श्योपुर। श्योपुर में ओछापुर की पत्थर खदान में दो भाइयों की डूबने से मौत हो गई। 12 साल का बच्चे का पैर फिसलने से पानी से भरे खदान के गड्ढे में जा गिरा। यह देख 17 साल का उसका भाई ने उसे बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी।
ओछापुरा थाना प्रभारी जय सिंह रघुवंशी ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 9 बजे धर्मेंद्र (12) और रामवतार माली (17) रिश्तेदार के साथ बकरियां चराने पत्थर खदान के पास गए थे। बकरियों को पानी पिलाने लगे, तो धर्मेंद्र का पैर फिसल गया। वह पानी में डूबने लगा, तो उसका भाई रामावतार भी कूद गया। दोनों को ही तैरना नहीं आता था। जब तक लोग वहां पहुंचे, दोनों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
Two brothers drowned in a mine pit in Sheopur
पत्थर निकालने से खदान में गड्ढा बना
ओछापुरा की जिस पत्थर खदान में बच्चे डूबे हैं, वह अवैध रूप से संचालित है। खनन से यहां बड़ा गड्ढा बन गया है, जिसमें बारिश का पानी भरा है। खदान के चारों तरफ सुरक्षा के लिए फेंसिंग भी नहीं की गई है।

परिजन को 4-4 लाख की सहायता
विजयपुर एसडीएम बीएस श्रीवास्तव का कहना है कि खदान अवैध है, जिससे ग्रामीण जरूरत के हिसाब से पत्थर निकलते हैं। भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए इंतजाम कराएंगे। मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए दिए जा रहे हैं। दो साल पहले भी ओरछापुर के पास बड़ागांव में पत्थर खदान में दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी।
Two brothers drowned in a mine pit in Sheopur