टीआई ने फरियादी से कहा- परेशान कर दिया, मर क्यों नहीं जाता, ग्वालियर थाने में खुद पर पेट्रोल उड़ेल कर खुदकुशी की कोशिश; पुलिस पर मारपीट का आरोप

ग्वालियर। ग्वालियर थाने में मंगलवार देर रात फरियादी ने पेट्रोल उड़ेल कर खुदकुशी की कोशिश की। हालांकि परिजन और पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया। फरियादी का कहना है कि टीआई ने बोला था – तूने परेशान कर दिया है, फांसी लगा ले, मर क्यों नहीं जाता। फरियादी का आरोप है कि टीआई और अन्य पुलिसवालों ने भाई, पत्नी और 16 साल की बेटी तक को पीटा है।
टीआई जितेंद्र सिंह का कहना है कि फरियादी बाहर से ही बड़बड़ाता आया। खुद पर पेट्रोल डालकर हंगामा करने लगा। किसी तरह उसे शांत कराया। मारपीट जैसा कुछ नहीं हुआ। आरोप निराधार है।
बड़ौनी (दतिया) के रहने वाले विवेक कुमार दुबे मंगलवार देर रात थाने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि घास मंडी में रहने वाले मनीष यादव के यहां कंडक्टर का काम करते थे। उन्हें अपनी कार ये कहकर दी थी कि दो लाख रुपए की जरूरत है। उन्होंने 44 हजार रुपए दिए। शाम को फोन कर बाकी पैसे देने को कहा। मनीष ने पैसे नहीं दिए। कार भी वापस नहीं की।
TI told the complainant – you troubled him

15 दिन चक्कर काटे, सीएसपी के कहने पर केस
विवेक के मुताबिक 15 दिन चक्कर काटे, सीएसपी के कहने पर ग्वालियर थाने में धारा 406 (अमानत में खयानत) का केस दर्ज हो सका। लेकिन, एफआईआर के 20 दिन बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। दो दिन पहले उन्होंने कार खुद पकड़ी। केस की जांच कर रहे प्रधान आरक्षक जनक सिंह को फोन लगाया, तो उन्होंने कॉल रिसीव करने के बाद काट दिया।
मंगलवार सुबह एसपी ऑफिस पहुंचकर जन सुनवाई में शिकायत की। सीएसपी ने शाम को टीआई जितेंद्र सिंह से मिलने के लिए कहा था। शाम को वे परिवार के साथ थाने पहुंचे थे।
TI told the complainant – you troubled him
टीआई के चेंबर में पहुंचते ही हंगामा
विवेक का कहना है कि जब वे थाने पहुंचे, तो टीआई अंदर बैठे थे। केस की जांच कर रहे जनक सिंह ने आरोपी को पकड़ने से मना कर दिया। भाई के प्राइवेट पार्ट पर एक सिपाही ने बुरी तरह मारा।
हंगामे के बाद पुलिस ने कार को जब्त कर लिया। कार थाने लाकर खड़ी कर दी है।