पांढुर्णा से दिलचस्प होगा मुकाबला, किसके सिर सजेगा ताज
छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा के पांढुर्णा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी बिगुल बजने के बाद मुकाबला रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। यहां भाजपा ने प्रकाश भाऊ उइके को पहले ही मैदान में उतार दिया है। इसके बाद कांग्रेस ने वर्तमान विधायक नीलेश उइके को उतारा है। वहीं, अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी से वासुदेव कुमरे मैदान में कूद गए हैं। इसके बाद गोंडवाना से आप में आए प्रहलाद कुसरे ने भी चुनावी दंगल में ताल ठोंक दी है। चारों प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र में माहिर हैं।
हालांकि जिले में भाजपा कांग्रेस का वर्चस्व है। अमरवाड़ा से गोंडवाना के स्व. मनमोहन शाह बट्टी एक ही बार सफल हो पाए थे। उसके बाद किसी भी विधानसभा से गोंडवाना नहीं जीत पाई।
भाजपा के सामने चुनौती
यहां से भाजपा प्रत्याशी प्रकाश भाऊ उइके के सामने चुनौती है। उन्हें जनता ने बाहरी प्रत्याशी बताया है। स्थानीय भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनसे खफा हैं। हालांकि जिला बनने के बाद भाजपा के लिए उम्मीद जागी है। वहीं, भाजपा के परंपरागत बोट भी उनके साथ है।
कांग्रेस को करनी होगी मेहनत
कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश उइके के लिए राह आसान नहीं है। गोंडवाना और आप ने नीलेश के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। यदि गोंडवाना प्रत्याशी और आप प्रत्याशी दोनों की उनके समाज में गहरी पैठ है। ऐसे में यह प्रत्याशी नीलेश को हराने में मददगार साबित हो सकते हैं।
बीजेपी कांग्रेस की काटेंगे वोट
गोंडवाना पार्टी के उम्मीदवार भाजपा कांग्रेस दोनों के लिए मुसीबत बन सके हैं। गोंडवाना पार्टी का जिले भर में वर्चस्व है। हालांकि चुनाव जीतना आसान नहीं होगा, लेकिन कांग्रेस और भाजपा के वोट बैंक में सेंधमारी कर सकते हैं, इसलिए वासुदेव कांग्रेस और भाजपा के लिए चुनौती बने हुए हैं।
दोनों दलों की नाक में करेंगे दम
इसी तरह, गोंडवाना पार्टी से राजनीतिक भविष्य चमकाने के बाद प्रहलाद पटेल ने आप पार्टी का दाम थाम लिया है। आप ने उन्हें पांढुर्णा से उम्मीदवार बनाया है। हालांकि पार्टी का यहां वजूद नहीं है। प्रहलाद कुसरे अपने व्यवहार की बदौलत भाजपा कांग्रेस की नाक में दम कर सकते हैं। समाज में भी उनकी खासी पैठ है।