MP में 10 हजार डॉक्टरों की सांकेतिक हड़ताल, तीन घंटे तक मरीज होते रहे परेशान
भोपाल। मध्यप्रदेश के मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पताल के डॉक्टर्स मंगलवार को सांकेतिक हड़ताल पर रहे। दोपहर 2 बजे तक हड़ताल पर रहे। डॉक्टर्स सुबह अस्पताल जरूर पहुंचे, लेकिन 11 बजे ओपीडी और आईपीडी बंद कर दी। तीन घंटे तक मरीज परेशान होते रहे। उनकी मांग है कि समयबद्ध क्रमोन्नति और मेडिकल डिपार्टमेंट्स के तकनीकी मामलों में प्रशासनिक दखल को खत्म किया जाए।
हड़ताल के चलते अस्पतालों के वार्डों में भर्ती मरीजों को ट्रीटमेंट के लिए परेशान हुए। चिकित्सा शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग और भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास विभाग के डॉक्टर्स ने मप्र शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ की अगुवाई में 1 मई को आंदोलन की शुरुआत की है।
आंदोलन के पहले दिन डॉक्टर्स ने सरकारी नीतियों के विरोध में काली पट्टी बांधकर काम किया था। हड़ताल का सबसे ज्यादा असर भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा के मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों में देखने को मिला।
अस्पतालों में मरीज हुए परेशान
डॉक्टर केबिन से निकलकर चले गए
अशोका गार्डन क्षेत्र के प्रगति नगर से जेपी हॉस्पिटल में इलाज कराने पहुंचे हनुमान साहू ने बताया कि मैं लाइन में लगा था, तभी डॉक्टर साहब केबिन से निकल गए। अब कोई यह नहीं बता रहा कि डॉक्टर साहब आएंगे या नहीं आएंगे।
डॉक्टर सामने से चले गए …
प्रिंस साहू अपनी बीमार मां को लेकर जेपी अस्पताल पहुंचे। ओपीडी रजिस्ट्रेशन के बाद डॉक्टर को दिखाने लाइन में लगे थे। केबिन में बैठकर मरीजों को देख रहे डॉक्टर साहब अचानक से सामने से निकलकर चले गए। सोचा, अस्पताल में दूसरे डॉक्टर को दिखा लूं, लेकिन अब ओपीडी में एक भी डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं है। अब उनके ड्यूटी पर लौटने का इंतजार करता रहा।
नंबर आने से पहले डॉक्टर चले गए
जवाहर चौक निवासी देवेंद्र कुमार मिश्रा को उल्टी-दस्त हो रहे हैं। वह इलाज के लिए जेपी अस्पताल पहुंचे। यहां जब तक डॉक्टर को दिखाने का नंबर आता, तब तक वे काम बंद करके हड़ताल पर चले गए। वह कहते हैं अब बीमारी के इलाज के लिए डॉक्टर्स का इंतजार कर रहा हूं। जब वह काम पर लौटेंगे, तभी ट्रीटमेंट मिलेगा।
भोपाल के हमीदिया-जेपी अस्पताल के डॉक्टर्स ने ओपीडी में बंद किया इलाज
मध्यप्रदेश शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ के संयोजक डॉ. राकेश मालवीय ने बताया कि प्रदेश सरकार के साथ लंबे समय से मांगों को लेकर बातचीत का दौर जारी था, लेकिन सरकार हमें लेकर गंभीर नहीं है। इस कारण मजबूरन मंगलवार को दो घंटे की सांकेतिक काम बंद हड़ताल की है। शाम तक कार्रवाई नहीं हुई तो बुधवार से मेडिकल एजुकेशन और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू करेंगे।
जबलपुर में 180 डॉक्टर हड़ताल पर
जबलपुर जिला अस्पताल एलगिन सहित तमाम स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ करीब 180 डॉक्टर आज से 2 घंटे की सांकेतिक हड़ताल पर चले गए हैं। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि हड़ताल के दौरान कोशिश रहेगी कि किसी भी मरीज की मौत ना हो। इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी, लेकिन ओपीडी में मरीजों का इलाज नहीं किया जाएगा।
रायसेन के 250 डॉक्टर हड़ताल पर
रायसेन जिले के भी 250 से ज्यादा डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है। पहले दिन जिला अस्पताल में सभी डाक्टरों ने काली पट्टी बांधकर काम किया। अपनी पुरानी मांगों जैसे डीएसीपी लागू करना, पुरानी पेंशन बहाली, मेडिकल काम में प्रशासनिक अधिकारियों की दखल अंदाजी बंद करने की मांग शामिल है।