ग्वालियर के युवा योगगुरु की चीन में संदिग्ध मौत, फंदे से लटकता मिला शव; परिजन ने लगाया हत्या का आरोप

ग्वालियर। ग्वालियर के रहने वाले योगगुरु की चाइना में संदिग्ध हालात में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उसका शव फंदे से लटका मिला। बताया जा रहा है कि घटना को हफ्ताभर हो चुका है। बावजूद परिजनों को सही जानकारी नहीं मिल पा रही। अब परिजन ने शव भारत लाने के लिए केंद्रीय मंत्री से गुहार लगाई है।
चीनी अधिकारी इसे आत्महत्या का मामला बता रहे हैं। परिजन ने चीनी महिला और भारतीय युवा मित्र पर हत्या का आरोप लगाया है।
योगा का कोर्स करने के बाद गया था चीन
प्रबल कुशवाह पिता सुरेंद्र सिंह कम्पू इलाके का रहने वाला था। प्रबल परिवार का इकलौता बेटा था। 20 दिसंबर को को वीडियो कॉलिंग के जरिए प्रबल ने घर पर बात की थी। इसके बाद से उसका फोन बंद आने लगा। शंका के आधार पर परिजन ने चीन में उसकी महिला मित्र सू-चाइन और मिस रोजी से संपर्क करने की कोशिश, लेकिन उन्होंने भी फोन रिसीव नहीं किया। 23 दिसंबर को जब संपर्क हुआ, तो उन्होंने बताया कि प्रबल ने फांसी लगा ली है। काफी प्रयासों के बाद दूतावास ने भी उन्हें यही जानकारी दी।

बचपन से ही योगा का शौकीन था
बचपन से ही योगा और मलखम्ब का शौक था। योगा का डिप्लोमा करने बेंगलुरु चला गया। वहां योग के साथ-साथ चीनी समेत अन्य भाषाएं सीखीं। कुशवाह के मुताबिक योगा क्लास के दौरान उसकी पहचान सू चाइन नाम की चीनी युवती और मिस रोजी से हुई। उसे बीजिंग के योगा सेंटर में नौकरी का ऑफर मिल। अच्छा अवसर मानकर वह पिछले साल फरवरी में चीन चला गया।
इसके बाद प्रबल का परिवार सदमे में है। परिजन भारतीय दूतावास से मदद की गुहार लगा रहे हैं। दूतावास की ओर से बताया गया कि शव को भारत आने में डेढ़ महीने का समय लगेगा। पिता सुरेन्द्र कुशवाह ने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से शव को जल्द भारत लाने की अपील की है।
शव भारत आने में लग सकते हैं 40 से 45 दिन
प्रबल के परिजन ने बताया कि कुछ दिन पहले पैसों के लेनदेन को लेकर संस्था के मालिक और प्रबल के बीच विवाद हुआ था। परिजन का आरोप है कि बेटे ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि हत्या कर उसे फंदे पर लटकाया गया है। परिजनों ने ट्वीट और पत्र के जरिए कई प्रयास किए, तब दूतावास ने बताया कि प्रबल का शव भारत आने में 40 से 45 दिन लग सकते हैं।