सरकारी गेहूं ले जाने के मामले में अधीक्षक सस्पेंड, वायरल वीडियो के आधार पर एक्शन; कार्रवाई पर उठ रहा सवाल
छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिले में हर्रई के आदिवासी बालक आश्रम से गेहूं ले जाने के मामले में अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। जांच कमेटी ने वीडियो के आधार पर एक्शन लिया है। कार्रवाई के बाद कमेटी की जांच पर सवाल उठाया जा रहा है। कहा गया है कि अधीक्षक शंकरलाल माझी का पक्ष नहीं लिया।
आरोप है कि वीडियो में नहीं दिख रहा कि गेहूं हॉस्टल का है। साथ ही, यह भी साबित नहीं होता कि अधीक्षक की मिलीभगत से ही गेहूं की कालाबाजारी की गई है। कारण- हॉस्टल का प्रभार शक्ति सूर्यवंशी के पास है। यह मामला शक्ति सूर्यवंशी के समय का है। इस मामले में पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया गया है।
मामले की जांच विकासखंड अधिकारी प्रकाश कलंबे को सौंपा गया था। प्रकाश कलंबे को फोन किया, तो उन्होंने जवाब नहीं दिया। इसी तरह, जनजातीय कार्य विभाग अधिकारी सत्येंद्र सिंह मरकाम को संपर्क किया गया, तो उनसे भी बात नहीं हो सकी।
बताया गया है कि जिस कमरे में गेहूंं रखा था, उसकी चाभी सूर्यवंशी के पास थी। इसके बाद गेहूं कैसे निकला?