निगम के प्रोजेक्ट में घर लेकर फंस गए, 4 साल से भटक रहे; बोले- विधानसभा चुनाव का करेंगे बहिष्कार
भोपाल। भोपाल नगर निगम के प्रोजेक्ट में घर का सपना पूरा करने वाले लोग फंस गए हैं। कारण- कछुआ से भी धीमी गति से काम करा रही है। अधिकांश लोग निगम को पूरा पैसा दे चुके हैं। अपने घर की हसरत चार साल बाद भी पूरी नहीं हुई है। अब लाेगों की आर्थिक स्थिति भी बिगड़ने लगी है। ऐसे में लोगों का गुस्सा भी फूटने लगा है।
उनका कहना है कि दो साल पहले जितना स्ट्रक्चर खड़ा था, आज भी वही स्थिति है। ऐसे में बैंक का लोन चुकाए या फिर किराया भरें, कुछ समझ में नहीं आ रहा। निगम के अफसर और महापौर सुनने को तैयार नहीं। अब तो लोगों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। हाल में 12 नंबर फ्लैट स्कीम पर जाकर हितग्राहियों ने प्रदर्शन किया।
भोपाल नगर निगम के गंगानगर, 12 नंबर, रासलाखेड़ी, अयोध्या नगर, हिनोतिया आलम, मालीखेड़ी समेत कई जगहों पर प्रोजेक्ट चल रहे हैं। यहां पीएम आवास योजना के तहत मकान बन रहे हैं। यहां कई लोगों ने घर का सपना लिए फ्लैट्स और सिंग्लेक्स बुक कर दिए। निगम को पूरा पेमेंट भी कर दिया।
झेल रहे दोहरी मार
ऐसे में लोगों पर दोहरी मार पड़ रही है। एक तरफ बैंक को किश्त भी देनी पड़ रही है। दूसरी तरफ, किराया भी देना पड़ रहा है। बावजूद घर का इंतजार चार साल बाद भी खत्म नहीं हुआ। काम में लेटलतीफी उन पर भारी पड़ रही है। निगम ने जल्द ही पजेशन देने का आश्वासन दिया था, लेकिन मौके पर हालत खराब है। सभी प्रोजेक्ट्स पर सिर्फ स्ट्रक्चर ही खड़ा है। काम बेहद धीमी गति से चल रहा है।
रक्षाबंधन का गिफ्ट दे दें सीएम
पंचशील नगर की ममता बैरागी बताती हैं कि सालों से किराए से रह रहे हैं। तीन-चार साल पहले 12 नंबर पर वन बीएचके फ्लैट इस उम्मीद से बुक कराया था कि जल्दी घर बन जाएगा और उसमें रहने आ जाएंगे, लेकिन यह सपना पूरा नहीं हो पाया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान से गुजारिश है कि हम भी लाड़ली बहनें हैं, इसलिए रक्षाबंधन से पहले मकान का काम पूरा करवाकर गिफ्ट दे दें।
किराए के मकान में रहकर आर्थिक स्थिति बिगड़ी
- करोंद के रहने वाले रामचरण श्रीनिवास ने बताया कि 4 साल पहले मकान बुक करवाया था। इतने साल बीतने के बावजूद घर तैयार नहीं हुआ है। मेरी कमाई बहुत कम है। उसमें से ही लोन और किराया देना पड़ रहा है। आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है।
- अयोध्या बायपास पर रहने वाले प्रदीप साहू का कहना है कि अधिकारियों से जब भी मकान के बारे में कुछ पूछो, तो वे टालमटोल करते हैं। चार साल में भी यह नहीं बन पाया है। दो साल से ऐसा ही स्ट्रक्चर है। मेरी 12 हजार रुपए सैलरी है। साढ़े 6 हजार रुपए बैंक की लोन किश्त भरता हूं। चार हजार रुपए मकान का रेंट देता हूं। बाकी पैसों से घर का गुजारा भी नहीं हो पाता।
पंचशील नगर के श्रवणकुमार मिश्रा ने बताया कि 2019 में मकान बुक किया था, जो अब तक नहीं मिल पाया। महेश बामने ने बताया कि पजेशन नहीं मिलने से परेशानी हो रही है। मुख्यमंत्री निगम के अधिकारियों को आदेश दें। हमें जल्दी पजेशन दिलवाएं।
उधार लेकर किया निगम को पेमेंट
अयोध्या बायपास पर रहने वाले हेमंत यादव ने बताया कि मालीखेड़ी में सिंगलेक्स बुक किया था। तीन साल हो गए, अभी तक काम पूरा नहीं हुआ। पता नहीं कब होगा। वर्तमान हालत देखकर नहीं लगता कि अगले दो साल में भी पजेशन मिल पाएगा। हम तो निगम के प्रोजेक्ट में घर लेकर बुरी तरह फंस गए। समझ नहीं आ रहा कि क्या करें?
पत्नी के जेवर बेचकर बुकिंग की
टीजी आसनानी ने बताया कि मैं अभी भी किराए से ही रह रहा हूं। मैं 12 नंबर मल्टी में दो फ्लैट बुक किए थे, लेकिन पजेशन नहीं मिल पाया है। मैं किराया देकर परेशान हो गया है। साढ़े 4 साल पहले बुकिंग की थी। निगम ने कहा था कि ‘पहले आओं, पहले पाओ’…। इसलिए पत्नी के जेवर भी बेच दिए थे।
अधूरा स्क्ट्रचर देख भड़के लोग, नारेबाजी की
12 नंबर में बनी मल्टी का अधूरा काम देखकर लोगों में नाराजगी दिखी। वे बिल्डिंग का काम देखने पहुंचे थे, लेकिन वहां कोई भी काम करते नजर नहीं आया। इस पर उन्होंने विरोध जताया और नारेबाजी की। उनका कहना था कि विधानसभा चुनाव से पहले पजेशन नहीं मिला, तो वे चुनाव में मतदान नहीं करेंगे।
कमिश्नर का आदेश भी नहीं माना
यहां भीड़ ज्यादा नहीं बढ़े, इसलिए चौकीदार ने मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। दूसरी ओर, लोगों को समझाने के लिए निगम के अफसर मौके पर नहीं पहुंचे। लोगों का कहना है कि यदि पजेशन जल्दी नहीं मिला, तो निगम ऑफिस का घेराव करेंगे। इधर, नगर निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी ने कुछ दिन पहले ही 12 नंबर में बन रही मल्टी का काम जल्द पूरा करने के निर्देश ठेकेदार और अफसरों को दिए थे। बावजूद काम की रफ्तार काफी धीमी है।