सेंट पॉल स्कूल में स्पेक्ट्रम गैलेरिया; कल्चर, पर्यावरण सेफ्टी, ऑर्गेनिक फार्मिंग, साइंस और IT से लेकर माइंड गेम मॉडल
भोपाल। अयोध्या बायपास स्थित सेंट पॉल को-एड स्कूल में स्पेक्ट्रम गैलेरिया का आयोजन बुधवार को किया गया। इसमें कला एवं विज्ञान प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम में पर्यावरण सेफ्टी, ऑर्गेनिक फार्मिंग, विज्ञान, आईटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, गणित, आर्ट एंड कल्चर समेत अन्य विषयों पर छात्रों ने मॉडल बनाए। इसमें चंद्रयान भी बनाया गया था।
छात्रों ने स्टॉक मार्केट और बैंक की वर्किंग को भी मॉडल्स के जरिए समझाया। स्कूल के छात्र-छात्राओं ने नृत्य के जरिए सभी का मन मोह लिया। प्रदर्शनी में क्लास 1 से लेकर 12वीं तक के छात्रों ने मॉडल्स बनाए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पर्यावरण, पशुपालन, डेयरी विभाग के प्रमुख सचिव गुलशन बामरा थे। विशिष्ट अतिथि फादर बाबू जॉन, फादर डॉक्टर सिरिल जोसेफ प्रोविंशियल भोपाल एवं प्राचार्य फादर जयसन, शाला प्रबंधन फादर सेबेस्टियन रहे। विशिष्ट अतिथियों ने बैंड की ध्वनि के बीच मुख्य अतिथि की अगवानी की। अतिथियों का पौधा भेंट किया गया। स्कूल के छात्राओं ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुति ने समां बांध दिया।
विशेष अतिथि फादर बाबू ( CMI एजुकेशन बोर्ड) ने प्रदर्शनी को अनुभवजन्य शिक्षा का उदाहरण बताया। प्रोविंशियल फादर सीरिल ने छात्रों का समाज के प्रति योगदान बताया। मुख्य अतिथि गुलशन बामरा ने बच्चों को कार्बन उत्सर्जन रोकने के उपाय बताए। उन्होंने बच्चों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होने के लिए प्रोत्साहित किया।

कैसे-कैसे मॉडल्स
– बीमारी सिजोफ्रेनिया और मानसिक गुत्थियों को पहचान करने को लेकर मॉडल बनाए।
– गणित के विभिन्न नियमों को भी प्रदर्शित किया गया।
– हिंदी भाषा को पर्यावरण से जोड़ते हुए चलित मॉडल प्रदर्शित किए।
– वर्णमाला की सांप- सीढ़ी और प्रिंटिग प्रेस ने लोगों को आकर्षित किया।
– संस्कृत विभाग द्वारा भारतीय संस्कृति के साथ आधुनिक भारत का भी दर्शन दिया।
– अंग्रेजी विभाग द्वारा पेड़ बचाओ आंदोलन पर मूक नाटिका का संचालन किया गया।
– आकर्षक रंगोली व दुर्लभ सिक्कों का संग्रह भी प्रदर्शित किया गया।
– लोक नृत्य व शास्त्रीय नृत्य की कलाएंं भी छटा बिखेर रही थीं।
– छात्र-छात्राओं ने हाथों से हस्तशिल्प के कई नमूने बनाए।
– कम्प्यूटर शाखा ने रोबोट व पौधों को पानी देने वाली स्वचालित मशीन, भूकंप डिटेक्टर व लेजर तकनीक से घर की सुरक्षा के मॉडल तैयार किए।
– एनसीसी के छात्रों द्वारा एनसीसी के प्रति जागरूकता एवं रुझान पैदा करने के लिए पोस्टर बनाए।
– क्लास के बच्चों ने ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए मॉडल बनाए।
– छात्रों ने मॉडल्स के जरिए जंगल बचाने का संदेश दिया।
– वायु, ध्वनि और वॉटर पॉल्यूशन रोकने को लेकर मॉडल बनाए गए।
बच्चों ने दिया जंगल बचाने का संदेश
पहले चरण में नन्हे मुन्ने बच्चे जानवरों के भेष में जंगल में घूमते हुए मानव प्रकृति एवं जानवरों के बीच संतुलन बनाए रखने व प्रेम के साथ संरक्षण की भावना का संदेश दे रहे थे।
खेल विभाग ने भी फुटबॉल, बास्केट बॉल, क्रिकेट समेत अन्य खेलों के स्टेडियम बनाए। वहीं, चावरा हाॅल में लोगों के मनोरंजन के लिए रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इसके अलावा यहां फास्ट फूड, देसी फूड, चाट बिरयानी पेस्ट्री, आइस क्रीम एवं कोल्ड ड्रिंक जैसे व्यंजन का लुत्भ भी आने वाले लोगों ने उठाया। मैदान में हॉन्टेड हाउस भी रोमांचक रहा। अभिभावकों और अन्य लोगों ने प्रदर्शनी की सराहना की।
तस्वीरों में देखिए प्रदर्शनी