नर्मदापुरम में रेत माफिया की गुंडागर्दी, माइनिंग कंपनी के कर्मचारी को रॉड और डंडों से पीटा
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम में रेत माफिया की गुंडागर्दी सामने आई है। यहां रेत माफिया ने माइनिंग कंपनी सिल्वर मिस्ट रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी को कुछ लोगों ने रॉड-डंडे से पीटा। उसके सिर में आठ टांके आए हैं। उनके हाथ और पैर में भी चोट आई हैं। हमलावर तलवार और चाकू भी लिए थे।
कर्मचारी को गंभीर हालत में ICU में भर्ती कराया गया है। घटना 30 नवंबर की निमसाड़िया की है। कर्मचारी ने हिम्मत कर 1 दिसंबर की देर रात चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
जिले की रेत खदानों का कॉन्ट्रैक्ट सिल्वर मिस्ट कंपनी को मिला है। दो महीने पहले ही कंपनी ने काम शुरू किया है। माफिया काम में रुकावट पैदा कर रहे हैं। 15 दिन पहले भी माफिया ने कंपनी की गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी। इससे कंपनी को दो हफ्ते काम बंद रखना पड़ा था।
रात में आकर धमकाने लगे
माइनिंग कंपनी के कर्मचारी निखिल तिवारी अमेठी (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि वह बाबई रोड, निमसाड़िया में रह रहे हैं। जावली खदान पर रेत लोडिंग का काम करते हैं।
निखिल ने बताया कि 30 नवंबर की रात 9 बजे जावली खदान जाने के लिए मकान से निकलकर रोड किनारे खड़े थे, तभी आरोपी राजा कीर, दीपक कीर, विकास कीर और जय कीर आए। गालियां देते हुए बोले कि तुम रेत में बहुत पैसे कमा रहे हो। वे पांच हजार रुपए की डिमांड करने लगे। रुपए देने से मना किया तो मारपीट कर दी। मुझे दोस्त मानसिंह और शिवपूजन ने बचाया। उन्होंने ही जिला अस्पताल में भर्ती कराया। शुरुआत में डर के कारण थाने में शिकायत नहीं की थी।
घटना की शिकायत SP डॉक्टर गुरकरन सिंह से की गई है। कहा गया है कि चारों आरोपियों के अलावा जीतू कीर रेत का अवैध उत्खनन कर बेचते हैं। ये लोग अवैध शराब भी बेचते हैं। देहात थाने के TI ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
जावली खदान पर कंपनी की गाड़ियां तोड़ चुके माफिया
सिल्वर मिस्ट रिटेल कंपनी ने पहले फेज में डेढ़ महीने पहले जावली खदान पर काम शुरू किया। पिछले महीने भी काम करने के दौरान विवाद हो गया। रेत माफिया और रेत चोरों ने कंपनी की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की। डराने की कोशिश की। माफिया के डर से कंपनी ने 5 से 18 नवंबर तक काम बंद रखा। आखिर में कंपनी ने 18 नवंबर को कलेक्टर को शिकायत की थी।