STR में पूर्व वनमंत्री शाह की शाही आवाभगत, फॉरेस्ट गार्ड ने कोर एरिया में चिकन पकाया; अंदर ले गए प्राइवेट गाड़ियां
नर्मदापुरम। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (STR) के कोर एरिया में पूर्व वनमंत्री विजय शाह की जमकर आवाभगत की गई। अफसरों ने उन्हें चिकन पार्टी दी। फॉरेस्ट गार्ड ने उनके लिए चिकन, बाटी और बैंगन का भरता बनाया। इसके दो वीडियो भी सामने आए हैं। एक वीडियो हरसूद से भाजपा विधायक विजय शाह और उनके मित्र का है। दूसरे वीडियो में स्टाफ आग जलाकर खाना पकाते दिख रहे हैं। वीडियो 15 से 18 दिसंबर के बीच के बताए जा रहे हैं।
पता चला है कि वन विभाग के अफसर और कर्मचारी विजय शाह को प्राइवेट गाड़ियों से पचमढ़ी स्थित रोरीघाट सिद्ध बाबा की पहाड़ी तक ले गए। यहां आग जलाकर चिकन, भरता और बाटी बनाई। वीडियो में फॉरेस्ट गार्ड कुर्सियां उठाते और सामान लाते दिख रहे हैं। नियमानुसार कि रिजर्व एरिया में आग नहीं जला सकते, न ही पार्टी कर सकते हैं।
इसकी शिकायत वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) असीम श्रीवास्तव से की है। उन्होंने हरसूद (खंडवा) से भाजपा विधायक विजय शाह का जिक्र किया है। बता दें कि विजय शाह शिवराज सरकार में वन मंत्री रह चुके हैं। प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने STR के फील्ड डायरेक्टर एल. कृष्णमूर्ति से जवाब तलब कर लिया है।

शख्स बोला- एक्सपेंसिव लंच किया
पिकनिक के दो वीडियो सामने आए हैं। पहले वीडियो में पूर्व मंत्री विजय शाह कह रहे हैं। ‘सतपुड़ा के जंगल में पहली बार सबसे ऊंची चोटियों में से एक 4000 फीट की ऊंचाई पर आप देख रहे हैं ये सुंदर नजारा… जंगली सर्पीले रास्तों के बीच हम आपको दिखा रहे हैं चारों ओर का नजारा। यहां फॉरेस्ट का वाच टॉवर है।’
VIDEO में अन्य शख्स भी दिख रहा है, जिसे पूर्व मंत्री तहसीम भाई कहते हैं। वह कहता है, ‘खूबसूरत जगह है। आज हमने यहां एक्सपेंसिव लंच किया है। दाल-बाटी शानदार बनी। बहुत ही अच्छा प्रोग्राम, शानदार।’
अन्य वीडियो में पहाड़ी पर दो प्राइवेट लग्जरी कारें दिख रही हैं। एक सरकारी गाड़ी भी है। फिर दो-तीन लोग खुले में पत्थर पर बनाए कच्चे चूल्हे पर खाना पकाते दिख रहे हैं। कंडे पर बाटी भी सिक रही हैं। विधायक पूछते हैं, क्या-क्या बना है? लोग कहते हैं, ‘चिकन, भरता बन चुका है।’ विधायक फिर कहते हैं, ‘सही पिकनिक तो आज है।’

फील्ड डायरेक्टर बोले- मजदूर खाना बनाते रहते हैं
प्रधान मुख्य वन संरक्षक के पूछने पर फील्ड डायरेक्टर का कहना है कि जहां खाना बन रहा, वहां चौकीदारों की ड्यूटी के लिए कैंप है। मजदूर खाना बनाते रहते हैं। निजी गाड़ी कैसे पहुंची? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी बाद में देंगे।