छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में तीन साल से बंद है रोटी मेकर, गैस पर रोटी बना रहा ठेकेदार

छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में बेड संख्या 500 पार हो गई है। ऐसे में मरीजों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने भोजन बनाने के लिए एडवांस मशीनें उपलब्ध करवाई है, लेकिन पिछले कोरोना काल के समय से अस्पताल में रोटी बनाने की मशीन खराब पड़ी है। यह मशीन धूल खा रही है।
मामले में अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सुध नहीं ली है। हालत यह है कि भोजन बनाने वाले कर्मचारियों को एलपीजी गैस सिलेंडर की मदद से रोटी बना रहे हैं। पहले मशीन की मदद से 500 मरीजों के लिए एक घंटे में रोटियां बन जाती थीं। मशीन खराब होने के बाद रोटियां बनाने में तीन घंटे का समय लगता है। वह भी ठीक से नहीं बनती हैं। ऐसे में मरीजों को कच्ची रोटियां दी जा रही हैं।
रोटी बनाने में लग रहा समय
रोटी बनाने की मशीन खराब होने के बाद भोजन बनाने की मैस में कर्मचारियों को रोटी बनाने में तीन गुना समय लग रहा है। जो काम मशीन में एक कर्मचारी से हो जाता था। अब उस काम के लिए तीन से चार कर्मचारी लग रहे हैं। ऐसे में कर्मचारियों को परेशान होना पड़ रहा है।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन एमके सोनिया ने बताया कि रोटी बनाने की मशीन को सुधरवाने में ज्यादा पैसा लग रहा है, इसलिए नई मशीन के लिए प्रस्ताव रखा गया है। यदि प्रस्ताव पास हो जाता है, तो नई मशीन लाई जाएगी।