राहुल गांधी बोले- MP में मरे लोगों का इलाज होता है, शहडोल में कहा- हमारी सरकार आई तो जातीय जनगणना कराएंगे
शहडोल। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने कहा कि ‘मध्यप्रदेश में मरे हुए लोगों का इलाज होता है। यहां बीजेपी के नेता आदिवासियों पर पेशाब करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनी, तो पहला काम जातीय जनगणना कराने का होगा।
चुनाव की तारीख के ऐलान के बाद राहुल गांधी पहली बार मंगलवार को शहडोल के ब्यौहारी आए। पिछले 10 दिन में उनका मध्यप्रदेश में यह दूसरा दौरा है। इससे पहले वे 30 सितंबर को शाजापुर जिले के कालापीपल विधानसभा क्षेत्र में जन आक्रोश रैली में शामिल होने आए थे। बता दें कि विंध्य क्षेत्र की 30 विधानसभा सीट में पिछली बार कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर नहीं था। 30 में से सिर्फ 6 सीट ही कांग्रेस को मिली थीं।
MP में भगवान शिव से चोरी, मिड-डे मील के पैसे चोरी
आडवाणी जी ने लिखा है- आरएसएस और बीजेपी की सच्ची लैबोरेटरी (कारखाना) गुजरात में नहीं, मध्यप्रदेश में है। बीजेपी के इस कारखाने में मरे हुए लोगों का इलाज किया जाता है। उनका पैसा चोरी होता है। महाकाल कॉरिडोर में भगवान शिव से चोरी की गई। बच्चों की स्कूल यूनिफॉर्म, मिड-डे मील के पैसे की चोरी की जाती है।
व्यापमं में एक करोड़ युवाओं के भविष्य को बर्बाद किया गया। 40 लोगों की हत्या हुई। एमबीबीएस सीट बिक गईं। पटवारी बनने के लिए 15 लाख रु. की रिश्वत देना पड़ती है।
बीजेपी के 18 साल के कार्यकाल में 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की है। मंदसौर में किसानों को गोली मारी जाती है। यह मतलब था आडवाणी जी का, जब उन्होंने कहा कि एमपी में आरएसएस और बीजेपी की लेबोरेटरी बनेगी। यह करके दिखाया है।

बीजेपी के नेता आदिवासियों पर पेशाब करते हैं
ये लोग (बीजेपी) आदिवासी की जगह वनवासी शब्द का प्रयोग करते हैं। आदिवासी शब्द का मतलब हिंदुस्तान के वासी। यानी वे लोग, जो इस जमीन के मालिक थे। यहां पहले आए। वनवासी का मतलब है- आपका जमीन पर हक नहीं बनता। आप तो जंगल में रहते हो। इसीलिए बीजेपी के लोग – नेता आदिवासियों पर पेशाब करते हैं। ये सड़ा अनाज आपको देते हैं।
4.5 लाख पट्टे रद्द कर दिए
राहुल गांधी ने कहा कि 4.5 लाख जमीन के पट्टे बीजेपी सरकार ने रद्द कर दिए। ये कहते हैं कि आप आदिवासी नहीं, वनवासी हो। जमीन पर आपका हक बनता ही नहीं है। हमारी सरकार ने 3.5 लाख पट्टे आपके हवाले कर दिए थे। जोबट, डिंडौरी, मंडला में बीजेपी ने हिंसा के साथ आदिवासियों की जमीनें छीनीं।
अगर भारत सरकार 100 रुपए खर्च करती है, तो OBC वर्ग के अफसर सिर्फ 5 रुपए का निर्णय लेते हैं। अब आप ये बताइए कि अगर भारत सरकार 100 रुपए खर्च करती है, तो आदिवासी अफसर कितने रुपए का निर्णय लेते हैं?… आदिवासी अफसर 100 रुपए में से सिर्फ 10 पैसे का निर्णय लेते हैं। आदिवासी वर्ग का इससे बड़ा अपमान नहीं होगा।
कमलनाथ बोले- शिवराज के पास 35 दिन और बचे
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा, ‘इस चुनाव में एक उम्मीदवार या पार्टी का फैसला नहीं होना है। मध्यप्रदेश के भविष्य का फैसला होना है। शिवराज सिंह अब 35 दिन बचे हैं। जनता आपकी कलाकारी – झूठ को पहचान चुकी है। मतदाता आपको विदा करने का इंतजार कर रहे हैं। 35 दिन में आपका दबाने, छिपाने और डराने का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है।’
ग्रीन रूम में नेताओं से संवाद
ब्यौहारी में डेढ़ घंटे की जन सभा के बाद राहुल गांधी विंध्य और महाकौशल के बड़े नेताओं से भी संवाद किया। इसके लिए मंच के ठीक पीछे एक ग्रीन रूम बनाया गया था। इसमें सभी मुख्य नेताओं को बैठक में चर्चा के लिए शामिल किया गया। इसमें विंध्य और महाकौशल को जीतने की रणनीति तैयार की गई।
खोया जनाधार फिर पाने की कोशिश
शहडोल कभी कांग्रेस का गढ़ था, लेकिन पिछले चुनाव में यहां भाजपा ने क्लीन स्वीप कर जैतपुर, ब्योहारी और जयसिंहनगर तीनों में जीत हासिल की। राहुल की सभा से एक दिन पहले भाजपा ने चौथी सूची में शहडोल की दो सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं। इनमें जैतपुर और जयसिंहनगर के मौजूदा विधायकों की सीट की अदला-बदली कर दी है। माना जा रहा है कि एंटी इंकम्बेंसी से निपटने के लिए पार्टी ने ये दांव खेला है।
दूसरी ओर जिले में आदिवासी वोटर की बहुलता है। इन दिनों राहुल गांधी ओबीसी और एससी/एसटी का मुद्दा लगातार उठा रहे हैं। इससे कांग्रेस को उम्मीद है कि शहडोल में इस बार राहुल की सभा से बड़ा लाभ होगा। न सिर्फ इस जिले में बल्कि पड़ोसी जिले सीधी जहां हाल ही में पेशाब कांड हुआ था, वहां और रीवा, सतना और सिंगरौली पर भी सभा का असर हाे सकता है।
