MP में हर जिले में खुलेंगे पीएम एक्सीलेंस कॉलेज, मोहन यादव कैबिनेट का फैसला; धार्मिक स्थलों में लाउड स्पीकर पर लगेगा प्रतिबंध
भोपाल। मध्यप्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार ने कार्यभार संभालने के बाद बुधवार को कैबिनेट की पहली मीटिंग ली। इसमें निर्णय लिया गया कि प्रदेश के हर जिले में पीएम एक्सीलेंस कॉलेज खोले जाएंगे। मार्कशीट्स के लिए डिजी लॉकर की बनाएंगे। अगले सत्र से इसे शुरू किया जाएगा।
इससे पहले, मोहन सरकार ने पहला आदेश जारी किया। इसके मुताबिक धार्मिक और अन्य स्थलों पर नियमों के खिलाफ बजने वाले लाउड स्पीकर पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
कार्यभार संभालने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री कक्ष में पूजा-अर्चना की। इस दौरान उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला भी मौजूद रहे। साथ ही, मुख्य सचिव वीरा राणा भी मौजूद रहीं। इसके बाद उन्होंने कैबिनेट की मीटिंग ली। बैठक में कई निर्णय किए गए। इसके डॉ. यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
बैठक में ये निर्णय हुए
- प्रदेश के हर जिले में पीएम एक्सीलेंस नाम से 52 कॉलेज शुरू किए जाएंगे। कॉलेज स्टूडेंट्स को बस सुविधा मिलेगी।
- आदतन अपराधियों के लिए आईपीसी की धारा 438-38-39 के तहत जमानत निरस्त की जाएगी, ताकि बार-बार अपराध करने के बाद वे छूट ना सकें।
- तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए 4000 रु प्रति बोरा किया जाएगा।
- साइबर तहसील में पंजीयन कराने पर रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण हो जाएगा। 1 जनवरी 2024 से यह व्यवस्था लागू होगी।
- मार्कशीट्स डॉक्यूमेंट के लिए डिजी लॉकर बनाएंगे। अगले सत्र से इसे शुरू करेंगे।
- धार्मिक स्थल पर नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई।

धार्मिक स्थलों की बनेगी सूची
आदेश में कहा गया है कि ऐसे धार्मिक स्थलों की सूची बनाई जाएगी, जहां तय मानकों से ज्यादा तेज आवाज में लाउडस्पीकर, ध्वनि विस्तारक यंत्र और डीजे बजाए जाते हैं। इसकी रिपोर्ट 31 दिसंबर 2023 तक सबमिट होगी। इसके लिए जिला स्तर पर वीकली रिव्यू मीटिंग होगी। आदेश के मुताबिक धर्म गुरुओं से संवाद और समन्वय के आधार पर लाउड स्पीकर को हटाने की कोशिश की जाएगी। शिकायत पर टीम जांच करेगी। जिला स्तर पर तीन सदस्यीय फ्लाइंग स्क्वॉड बनेगा। शिकायत की जांच तीन दिन में पूरी की जाएगी।
कुसमरिया को बनाया पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष
इसके साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पहली राजनीतिक नियुक्ति की है। रामकृष्ण कुसमरिया को पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। आदेश जारी होते ही कुसमरिया ने पदभार भी संभाल लिया है।
शपथ के बाद उज्जैन जाकर किए महाकाल दर्शन

मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने के बाद डॉ. मोहन यादव उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने श्री महाकालेश्वर मंदिर में पूजन किया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘शपथ ग्रहण करने के बाद बाबा महाकाल के दरबार में आया हूं। नया दायित्व मिला है, बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने आया हूं। मोदी जी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार एमपी में और प्रगति करेगी।’
नए CM के महाकालेश्वर मंदिर आगमन पर गर्भगृह और नंदी हॉल को 5 क्विंटल फूलों से सजाया गया। पहली बार किसी मुख्यमंत्री के लिए मान सरोवर से नगाड़ा गेट तक रेड कार्पेट बिछाया गया।
महाकाल दर्शन करने से पहले मुख्यमंत्री यादव ने श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा जाकर सोला धारण किया। यहां विनीत गिरि महाराज ने उन्हें 145 तीर्थ स्थलों से एकत्रित जल और रुद्राक्ष की माला भगवान महाकाल के अभिषेक के लिए प्रदान कीं। गर्भगृह में पूजन के बाद मुख्यमंत्री वापस अखाड़ा पहुंचे। यहां उन्हें सीएम हाउस में लगाने के लिए भगवान महाकाल के शिखर की ध्वजा और स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। रुद्राक्ष की माला पहनाई गई।