Friday, November 15, 2024
MPNationPolitics

नवनिर्वाचित विधायकों में से 205 MLA करोड़पति, 90 पर क्रिमिनल केस; ADR रिपोर्ट में खुलासा

भोपाल। मध्यप्रदेश में 16वीं विधानसभा के लिए नवनिर्वाचित 230 विधायकों में से 205 MLA करोड़पति हैं। वहीं, 90 विधायक ऐसे हैं, जिन पर आपराधिक केस दर्ज है। इनमें से एक पर हत्या और पांच पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज है। वहीं, दो के खिलाफ रेप और अन्य तरह के गंभीर मामलों में अपराध दर्ज हैं।

इसके अलावा, 205 विधायक करोड़पति हैं। इसमें भाजपा के 163 में से 144 यानी 88% और कांग्रेस के 66 में से 61 यानी 92 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं। 2018 में करोड़पति विधायकों की संख्या 187 थी।

सबसे अधिक संपत्ति वाले विधायकों में चेतन्य कश्यप के पास 296 करोड़, संजय पाठक के पास 242 करोड़, कमलनाथ के पास 134 करोड़, भूपेंद्र सिंह के पास 84.34 करोड़ तथा सुदेश राय के पास 74.71 करोड़ की संपत्ति है।

ये खुलासा मंगलवार को एडीआर (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स) की रिपोर्ट में हुआ है। इसके मुताबिक बीजेपी-कांग्रेस के जीते उम्मीदवारों में एक-एक ऐसे भी हैं, जो सिर्फ दस्तखत कर पाते हैं। वे साक्षर कैटेगिरी में शामिल हैं।

एडीआर ने कहा है कि 5 करोड़ से अधिक की संपत्ति वाले विधायकों की संख्या 102 हैं। 2 से 5 करोड़ तक की संपत्ति वाले विधायकों की संख्या 71 है। 50 लाख से 2 करोड़ तक की संपत्ति वाले विधायकों की संख्या 48 और 50 लाख से कम संपत्ति वाले विधायकों की संख्या 9 है। 2023 के चुनाव में विजेता विधायकों की औसत संपत्ति 11.77 करोड़ है। 2018 में यह 10.17 करोड़ थी।

230 में से 90 विधायकों पर केस

प्रदेश के 230 में से 90 विधायकों ने आपराधिक केस हैं, जो कुल संख्या का 39% है। 2018 के विधानसभा चुनाव में 230 में से 94 यानी 41% विधायकों ने आपराधिक मामले घोषित किए थे। इनमें 34 प्रत्याशियों के विरुद्ध गंभीर केस हैं। यह कुल संख्या का 15% है। पिछले चुनाव 2018 में गंभीर मामलों में अपराधिक केस वाले विधायकों की संख्या 47 थी, जो कुल विधायकों की संख्या का 20% है।

हत्या, हत्या के प्रयास और रेप संबंधी केस भी दर्ज

भाजपा विधायक प्रीतम लोधी पर हत्या, हत्या के प्रयास से संबंधित मामले दर्ज हैं। वहीं, विक्रम सिंह विक्की रामपुर, इंदर सिंह परमार शुजालपुर, यादवेंद्र सिंह जग्गू भैया टीकमगढ़ व एक अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास से संबंधित केस हैं। महिलाओं के ऊपर अत्याचार जैसे मामलों रेप वाले तीन विधायक हैं।

101 एमएलए दोबारा चुने गए

रिपोर्ट में बताया है कि दोबारा निर्वाचित होने वाले विधायकों की संख्या 101 है। वर्ष 2018 में दोबारा निर्वाचित होने वाले विधायकों की औसत संपत्ति 12.53 करोड़ थी, जबकि 2023 में दोबारा निर्वाचित होने वाले विधायकों की औसत संपत्ति 17.14 करोड़ है, जिसमें 5 साल में 4.60 करोड़ की औसत वृद्धि हुई है।

दोनों पार्टी का एक-एक विधायक साक्षर

कुल विधायकों में बीजेपी-कांग्रेस के एक-एक विधायक सिर्फ साक्षर हैं, जबकि भाजपा के दो विधायक पांचवी पास और चार 8वीं पास हैं। कांग्रेस के भी एक विधायक आठवीं तक पढ़े हैं। 10वीं पास विधायकों में भाजपा के 10 और कांग्रेस के चार एमएलए शामिल हैं। वहीं, हायर सेकेंडरी उत्तीर्ण विधायकों में बीजेपी के 31 और कांग्रेस के 12 एमएलए शामिल हैं।

भाजपा के 38 और कांग्रेस के 11 विधायक स्नातक हैं। स्नातक एमएलए में बीजेपी के 24, कांग्रेस के 10 और एक अन्य दल से शामिल हैं। स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण विधायकों में कांग्रेस के 23, भाजपा के 47 समेत 70 के नाम हैं। वहीं कांग्रेस के तीन और भाजपा के चार विधायक पीएचडी होल्डर हैं। कांग्रेस के एक और भाजपा के दो एमएलए डिप्लोमा होल्डर है।

सबसे कम उम्र के 31, सबसे अधिक उम्र 80 साल

पड़ताल में यह बात भी सामने आई है कि निर्वाचित विधायकों में 31 से 40 वर्ष के 18 एमएलए, 41 से 50 वर्ष के 53 एमएलए, 51 से 60 वर्ष के 86 तथा 61 से 70 वर्ष के 57 और 71 से 80 वर्ष के 16 विधायक चुने गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *