Friday, November 15, 2024
MPPolitics

कांग्रेस विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित, हाईकमान तय करेगा MP में नेता प्रतिपक्ष

भोपाल। मध्यप्रदेश में नेता प्रतिपक्ष का फैसला दिल्ली हाईकमान करेगा। गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया गया।

चुरहट विधायक अजय सिंह ने कहा- कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने विधायकों से वन टू वन चर्चा की।

बैठक में PCC चीफ कमलनाथ शामिल नहीं हुए। कांग्रेस के पदाधिकारी ने बताया कि कमलनाथ का कार्यक्रम छिंदवाड़ा में पहले से तय है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला, स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह, पूर्व CM दिग्विजय सिंह बैठक में पहुंचे। दिग्विजय सिंह ने सिर्फ इतना कहा- कैबिनेट का गठन हो गया क्या?

आदिवासी नेता बन सकता है नेता प्रतिपक्ष

भाजपा ने OBC वर्ग से मुख्यमंत्री बनाने के साथ ही सामान्य और अनुसूचित जाति वर्ग से एक-एक डिप्टी CM बनाए हैं। ऐसे में कांग्रेस में आदिवासी विधायक को नेता प्रतिपक्ष पद देने पर विचार हो रहा है। हालांकि, कांग्रेस में OBC चेहरे के तौर पर विजयपुर विधायक रामनिवास रावत और OBC कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाह के नाम भी चर्चा में हैं।

वहीं, संसदीय मामलों में अनुभवी नेताओं के तौर पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ‘राहुल भैया’, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष और अमरपाटन से विधायक राजेंद्र कुमार सिंह को लेकर भी अंदरखाने विचार हो रहा है।

आदिवासी नेताओं में इनके नाम शामिल

उमंग सिंघार- मप्र की पूर्व डिप्टी CM स्वर्गीय जमुना देवी के भतीजे और धार जिले की गंधवानी सीट से चौथी बार के विधायक हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव, AICC में एसटी कांग्रेस में राष्ट्रीय सदस्य के साथ ही झारखंड के सहप्रभारी रह चुके हैं।

ओमकार सिंह मरकाम- डिंडोरी से चौथी बार विधायक हैं। कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (CEC) के सदस्य हैं। अपने क्षेत्र से लेकर भोपाल तक सक्रिय और निर्विवाद छवि है।

बाला बच्चन- कमलनाथ सरकार में गृहमंत्री रहे हैं। छठवीं बार के विधायक हैं। बड़वानी जिले की राजपुर सीट से विधायक बाला बच्चन कमलनाथ के करीबी हैं। कमलनाथ की पसंद का ध्यान रखा गया तो नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है।

सिंघार बोले- यह RSS का एजेंडा

बैठक से पहले कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने तेज आवाज में बजने वाले लाउडस्पीकर और खुले में मांस बिक्री की रोक पर कहा- ये आरएसएस का एजेंडा है। इस फैसले से साम्प्रदायिक सौहार्द बना रहे, यह ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा- पहले महाकाल से शुरुआत हो। यहां श्रद्धालुओं से लिए जाने वाले शुल्क पर रोक लगनी चाहिए।

युवा भाजपा सरकार से नाखुश: जयवर्धन

जयवर्धन सिंह ने कहा- सरकार को सबसे पहले शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। शिक्षा ऐसी होना चाहिए, जिससे बेरोजगारी खत्म हो। युवा भाजपा सरकार से नाखुश हैं।

खुले में मांस बेचने पर प्रतिबंध का फैसला गलत: बरैया

फूल सिंह बरैया ने कहा- लाउड स्पीकर हटाने का फैसला यदि प्रदूषण कम करने के लिए हुआ है तो इसका स्वागत है, लेकिन गलत धारणा से किया गया है, तो यह गलत है। उन्होंने खुले में मांस बेचने पर प्रतिबंध के फैसले को गलत बताया। कहा- जो छोटे दुकानदार हैं, खुले में मांस बेच रहे हैं, पहले सरकार उन्हें दुकान दे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *