महाकाल मंदिर में डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, कुबेरेश्वर धाम में भी शिव अभिषेक; ओंकारेश्वर में विशेष पूजा

मध्यप्रदेश। ऐसा संयोग 71 साल बाद बना है कि सावन सोमवार से शुरू और सोमवार को ही खत्म हो रहा है। इससे पहले, 1953 में ऐसा संयोग बना था। पहले सोमवार यानी 22 जुलाई को को उज्जैन के महाकाल मंदिर, ओंकारेश्वर समेत प्रदेशभर में शिव मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भीड़ है। सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में शिव अभिषेक किया जा रहा है। महाकाल मंदिर में सुबह 10:30 बजे तक डेढ़ लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
महाकाल मंदिर समिति ने एक घंटे में सुलभ दर्शन का दावा किया है। यानी कतार में लगे भक्त को गर्भगृह तक आने और आगे जाने में एक घंटा लग रहा है। वहीं, ओंकारेश्वर में विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है।
One and a half lakh devotees visited Mahakal temple
1953 में सावन सोमवार
तब- 1953 : 26 जुलाई, 3 अगस्त, 10 अगस्त, 17 अगस्त, 24 अगस्त
अब- 2024 : 22 जुलाई, 29 जुलाई, 5 अगस्त, 12 अगस्त, 19 अगस्त
ये 6 विशेष योग भी हैं
पं. विष्णु राजोरिया ने बताया कि 1953 में भी सावन की शुरुआत सोमवार को हुई थी और समाप्ति भी सोमवार को ही हुई थी। इस मास में शुक्रादित्य योग, बुधादित्य योग, नवपंचम योग, गजकेसरी, कुबेर योग और शश योग का संयोग है।

रात ढाई बजे खोल दिए गए पट
भगवान महाकाल की भस्म आरती के लिए रविवार रात 2.30 बजे ही महाकाल मंदिर के पट खोल दिए गए। भस्म आरती में 17 हजार भक्तों ने भस्म आरती में दर्शन किए हैं, जबकि सुबह करीब 10:30 बजे तक डेढ़ लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। दिनभर में तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
One and a half lakh devotees visited Mahakal temple
मनमहेश रूप में दर्शन देंगे भगवान महाकाल
शाम 4 बजे बाबा महाकाल की सवारी निकाली जाएगी। इसमें बाबा महाकाल भक्तों का हाल जानने निकलेंगे। हली सवारी में भगवान महाकाल मनमहेश के रूप में दर्शन देंगे। पहले सभा मंडप में पालकी पूजन होगा। पुलिस बैंड और सशस्त्र बल की टुकड़ी गार्ड ऑफ ऑनर देगी। सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी से होते हुए रामघाट शिप्रा तट पहुंचेगी। यहां पूजन-अर्चन होगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती समाज मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए मंदिर लौटेगी।
इस बार श्रावण में 5, भादौ में 2 सवारी निकाली जाएंगी। शाही सवारी 2 सितंबर को निकलेगी। कलेक्टर नीरज सिंह के मुताबिक रोज 2 से 3 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। 9 अगस्त को नाग पंचमी के दिन 8 लाख श्रद्धालु आ सकते हैं।
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ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का फूल-बेलपत्र से श्रृंगार
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में बाबा ओंकार का फूल और बेलपत्र से भव्य श्रृंगार किया गया। यहां सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा है।
One and a half lakh devotees visited Mahakal temple
कुबेरेश्वर धाम में श्रद्धालुओं की भीड़
सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धार्म में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ है। वहीं, शहर के मनकामेश्वर महादेव मंदिर, भूतेश्वर मंदिर, चमत्कारेश्वर मंदिर, गुप्तेश्वर महादेव मंदिर, बिलकेश्वर महादेव मंदिर, सहस्त्रलिंगेश्वर महादेव मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं।

टीकमगढ़ में ब्रह्म मुहूर्त में अभिषेक
टीकमगढ़ में प्रसिद्ध तीर्थ स्थल शिव धाम कुंडेश्वर में ब्रह्म मुहूर्त में भगवान भोलेनाथ का अभिषेक और पूजन हुआ। भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने सुबह से मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है। यहां महिला और पुरुष श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग कतारें लगाई गई है।
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