कृषि ऋण समितियाें के ऑफिस शहरों में, किसानों को लोन के लिए लगाने पड़ते हैं चक्कर

सिरोंज (रवि रघुवंशी)। किसानों को ऋण उपलब्ध कराने वाली ज्यादातर प्राथमिक कृषि ऋण समितियाें के कार्यालय शहरों में हैं। इससे किसानों को जरूरत के समय परेशानी का सामना करना पड़ता है। जरूरत पड़ने पर उन्हें शहर जाना पड़ता है। ऐसे में समय और धन की बर्बादी होती है। किसानों का कहना है कि शहरों में पैक्स समितियों के कार्यालय गोदामों और किराए के भवन में संचालित हो रहे हैं, जबकि गांव में उनका खुद का भवन मौजूद है।
इसी को देखते हुए गुरुवार को किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया। किसानों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पैक्स कार्यालय होने से जरूरत के समय किसानों को शहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे समय और धन की बचत होगी।
Offices of agricultural credit committees are in cities
इस संबंध में कृषि एवं ग्रामीण मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष मोहन रघुवंशी के नेतृत्व में किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया। इसमें पैक्स समितियां का संचालन गांवों से करवाने की मांग की गई है। ज्ञापन में बताया गया कि सिरोंज विकासखंड में 19 सोसायटी हैं, जिन्हें ग्रामीण स्तर पर काम करना होता है, उनके कार्यालय भी समिति मुख्यालय के गांव में ही बने भवनों में संचालित होना चाहिए।
प्रभारी एसडीएम संतोष बिटोलिया का कहना है कि शहरों में संचालित सोसायटियों को अपने मुख्यालय गांव में ही कार्यालयों में संचालित होना चाहिए। अगर सिरोंज में सोसायटी कार्यालय का संचालन कर रही है, तो वरिष्ठ अफसरों से चर्चा कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
Offices of agricultural credit committees are in cities