BJP अध्यक्ष को OBC महासभा का नोटिस, कहा- राहुल के मुद्दे पर माफी मांगें, नहीं तो FIR कराएंगे
ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) महासभा ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि राहुल गांधी के मुद्दे पर OBC समाज का अपमान किया है। आप माफी मांगें, नहीं तो केस कराएंगे।
बता दें कि राहुल गांधी को मानहानि के केस में सूरत कोर्ट से सजा होने के दूसरे दिन 24 मार्च को नड्डा ने ट्वीट किया था। इसमें कहा था कि राहुल गांधी ने OBC समाज का अपमान किया है। नड्डा के इसी ट्वीट को आधार मानकर OBC महासभा की राष्ट्रीय कोर कमेटी ने मंगलवार को वकील के जरिए उन्हें नोटिस भेजा। नोटिस मिलने के 24 घंटे में जवाब देने को भी कहा है।
OBC महासभा का कहना है कि मोदी सरनेम OBC के रूप में कहीं दर्ज नहीं है। न तो गुजरात और न ही केंद्र सरकार की सूची में मोदी सरनेम OBC कैटेगिरी में है। राहुल गांधी ने सिर्फ मोदी शब्द का इस्तेमाल किया है, न कि OBC वर्ग का, इसलिए मोदी सरनेम को लेकर OBC वर्ग को नहीं घसीटा जाए।
मोदी नाम की जाति नहीं
OBC महासभा के सदस्य धर्मेंद्र कुशवाह का कहना है- केंद्र की OBC की सूची में मोदी नाम की सूची नहीं है। गुजरात में भी जहां मोदी जी की जाति का उल्लेख नहीं है, तो क्या कारण है कि आप OBC को ढोलक की तरह बजा रहे हैं। जब अच्छाई की बात आती है, तो OBC जाति का कोई नाम कहीं नहीं लेते। जब किसी व्यक्ति के माध्यम से गाली दी जाती है, तो चिल्लाने लगते हैं कि OBC को गाली दी है। ये OBC जाति के साथ छलावा और अपमान है। अगर वे माफी नहीं मानेंगे, तो हम केस फाइल करेंगे।
नड्डा ने ट्वीट में ये लिखा था…?
24 मार्च की सुबह जेपी नड्डा ने सिलसिलेवार चार ट्वीट किए थे। उन्होंने लिखा था, ‘कल सूरत कोर्ट ने राहुल को OBC समाज के प्रति उनके आपत्तिजनक बयान के लिए सजा सुनाई है। परंतु राहुल व कांग्रेस पार्टी अभी भी अहंकार के चलते लगातार बयान पर अड़े हैं व निरंतर OBC समाज की भावनाओं को आहत कर रहे हैं। पूरा OBC समाज प्रजातांत्रिक ढंग से राहुल से इस अपमान का बदला लेगा।
राहुल गांधी का अहंकार बहुत बड़ा और समझ बहुत छोटी है। अपने राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने पूरे OBC समाज का अपमान किया। उन्हें चोर कहा। समाज और कोर्ट के द्वारा बार-बार समझाने और माफी मांगने के विकल्प को भी उन्होंने नजरअंदाज किया और लगातार OBC समाज की भावना को ठेस पहुंचाई।
फिर चौकीदार चोर है का शोर मचाया, जिस पर मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों तक ने ऐतराज जताया। इस नारे पर जनता जनार्दन की अदालत ने 2019 के चुनाव में राहुल गांधी को फटकार लगाई और कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी- बुरी हार का सामना करना पड़ा।
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को तथ्यों से परे और मनगढ़ंत आरोप लगाने की आदत है। 2019 लोकसभा चुनाव के पहले राहुल ने राफेल के नाम पर देश को भ्रमित करने की कोशिश की। जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई और राहुल गांधी को मनगढ़ंत आरोप के लिए बिना शर्त माफी मांगनी पड़ी थी।’
ये है मामला?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मोदी सरनेम वाले बयान को लेकर सूरत कोर्ट ने 23 मार्च को उन्हें दो साल की सुनाई। इसके बाद उनकी संसद सदस्यता भी रद्द कर दी गई। राहुल ने 2019 में चुनावी सभा में कहा था- ललित मोदी, नीरव मोदी, नरेंद्र मोदी, कैसे सभी चोरों के कॉमन सरनेम मोदी होते हैं। इस बयान के खिलाफ बीजेपी विधायक और गुजरात सरकार में पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने शिकायत दर्ज कराई थी।