खंडवा में सिमी सदस्य के घर पर NIA ने मारा छापा, सर्चिंग के साथ परिजन से पूछताछ
खंडवा। आतंकी संगठन सिमी के सदस्य रकीब कुरैशी के खंडवा स्थित घर पर एनआईए ने मंगलवार को दबिश दी। रकीब के कमरे में दो घंटे तक सर्चिंग की गई। टीम ने परिवार के लोगों से भी पूछताछ की। रकीब को जनवरी महीने में खंडवा से गिरफ्तार किया गया था। उसे कोलकाता ले जाया गया था। उसके आईएसआईएस से संबंध होने की आशंका थी।
मंगलवार को कोलकाता से दो अफसर सुबह 10 बजे कोतवाली और मोघट पुलिस की टीम के साथ खानशाहवली कॉलोनी में रकीब कुरैशी के घर पहुंचे। टीम ने रकीब के कमरे की जानकारी ली। इसके बाद पहली मंजिल पर बने उसके कमरे में करीब दो घंटे तक तलाशी ली। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। यही नहीं, छत से भी नजर रखी जा रही थी।
बम बनाने और हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहा था
एनआईए की टीम दोपहर करीब 12 बजे रकीब के घर से बाहर आए। हालांकि कार्रवाई को लेकर उन्होंने मीडिया को जानकारी नहीं दी। इससे पहले, जनवरी महीने में पश्चिम बंगाल की एटीएस टीम ने गंज बाजार सोलह खोली से रकीब को गिरफ्तार किया था। रकीब के बारे में पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार उसके दो साथियों ने जानकारी दी थी। बताया जाता है कि वह सिमी में भर्ती किए जाने वाले नए लोगों को बम बनाने और हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहा था।
बड़ी हस्ती पर हमले की साजिश रच रहा था
पूछताछ में यह पता चला था कि रकीब इंटरनेट और सोशल मीडिया के जरिए मध्यप्रदेश के निमाड़ अंचल में अपना नेटवर्क फैला रहा था। उसके पास मिले दस्तावेजों से यह बात सामने आई थी कि वह किसी बड़ी हस्ती के काफिले पर हमले की साजिश रच रहा था।
रकीब की एक्टिविटी के तार पश्चिम बंगाल से जुड़े
अब्दुल रकीब के पश्चिम बंगाल में आतंकी संगठनों से कनेक्शन पाए जाने के बाद सिमी का गढ़ रहा खंडवा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। रकीब पहले भी तीन मामलों में गिरफ्तार किया जा चुका है। 2019 से वह जमानत पर था। इसके बाद उसके आईएसआईएस मॉड्यूल के संपर्क में होने की बात सामने आई थी।
SP बोले – पुलिस सहायता मांगी थी, हमने दे दी
एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल के मुताबिक सुबह थाना मोघट रोड क्षेत्र की खानशाहवली कॉलोनी में टीम आई थी। टीम ने पुलिस सहायता मांगी थी, जो उन्हें मुहैया करा दी। कार्रवाई के दौरान क्या किया, इस बारे में बताने के लिए मैं अधिकृत नहीं हूं। यह एनआई की टीम ही बता सकती है।