NEET की छात्रा ने विदेश जाने के लिए रची खुद की किडनैपिंग की साजिश, मैसेज कर मांगे 30 लाख

शिवपुरी। शिवपुरी की छात्रा की कोटा से किडनैपिंग के मामले में खुलासा हो गया है। छात्रा ने दोस्तों के साथ मिलकर खुद के अपहरण की साजिश रची थी। वह विदेश जाना चाहती थी। मैसेज कर परिजन से 30 लाख की फिरौती भी मांगी।
राजस्थान के कोटा में NEET की तैयारी कर रही काव्या धाकड़ (20) शिवपुरी के बैराड़ की रहने वाली है। सोमवार को किडनैपर ने छात्रा के पिता रघुवीर धाकड़ को मैसेज कर फोटो भेजा था। फोटो में छात्रा को रस्सी से बांधा हुआ था।
मैसेज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। रकम नहीं देने पर छात्रा को जान से मारने की धमकी दी थी। छात्रा के माता-पिता ने 18 मार्च को कोटा आकर विज्ञान नगर थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने दोनों के बयान लेकर जांच शुरू की।
छात्र और उसके एक दोस्त की तलाश
कोटा की पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन ने बताया कि छात्रा 3 अगस्त 2023 को अपनी मां के साथ कोटा आई थी। जांच के बाद क्लियर हो गया कि छात्रा के साथ वारदात नहीं हुई है। छात्रा दो दोस्तों के साथ थी। छात्रा और उसका एक दोस्त पुलिस को नहीं मिला है।

जयपुर में सीसीटीवी में दिखी छात्रा
इससे पहले, छात्रा को जयपुर के दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन पर देखा गया था। 18 मार्च का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया। इसमें वह दो लड़कों के साथ जाते दिख रही है। सीसीटीवी के आधार पर छात्रा की लोकेशन के बारे में पता लगाया जा रहा है।
कोटा एसपी ने सूचना देने वाले को 20 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की थी।

पिता ने पुलिस से कहा – बेटी को जान से मारने की धमकी दी
रघुवीर बैराड़ के लार्ड लखेश्वर स्कूल के संचालक हैं। रिपोर्ट में रघुवीर ने पुलिस को बताया- मेरी बेटी काव्या धाकड़ (20) का अपहरण कर लिया गया था।
8 मार्च को दोपहर 3 बजे मोबाइल पर बेटी की किडनैपिंग का मैसेज आया था। बेटी के हाथ-पैर और मुंह बंधी फोटो भी बदमाशों ने भेजी थी। कुछ फोटो में बेटी के चेहरे पर खून भी नजर आ रहा था। फोटो भेजने वाले ने मैसेज में लिखा था- रघुवीर की बेटी को किडनैप कर लिया गया है। जिंदा छोड़ने के एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई।
मैसेज भेजने वाले ने बैंक खाते की डिटेल भी भेजी थी। सोमवार शाम तक रुपए जमा करने को कहा था। मैंने इतने रुपए नहीं होने और बंदोबस्त करने के लिए समय मांगा। मैसेज भेजने वाले ने बेटी को जान से मारने की धमकी दी।
पिछले साल सितंबर में आई थी कोटा
रघुवीर ने रिपोर्ट में बताया कि बेटी को सितंबर 2023 में नीट की तैयारी के लिए कोटा छोड़कर गए थे। विज्ञान नगर स्थित कोचिंग संस्थान में उसका एडमिशन करवाया था। इसी इलाके में रूम भी दिलवाया था। आखिरी बार बेटी दीपावली पर घर आई थी। उससे रोज फोन पर बात होती थी।

कोचिंग संस्थान ने स्टूडेंट ही नहीं माना
पीडब्ल्यू कोचिंग के कोटा हेड दिनेश जैन ने कहा था- लड़की के नाम (काव्या धाकड़) से कोचिंग में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। उधर, लड़की के पिता रघुवीर ने कहा था कि काव्या का एडमिशन उन्होंने कोचिंग में कराया था। अब कोचिंग संस्थान इससे इनकार कर रहा है। काव्या टेस्ट देने गई थी। टेस्ट के लिए कोचिंग से मैसेज आया था। इसको लेकर कोचिंग प्रबंधन ने कहा कि कोचिंग से मैसेज नहीं भेजा गया है।
कोचिंग संस्थान प्राइवेट नंबरों से मैसेज नहीं भेजता है। ऐसे में पूरी घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे थे। दूसरी ओर, हॉस्टल संचालक पारस कुमार ने भी काव्या के अपने यहां रुकने की बात से इनकार किया था। उन्होंने कहा कि काव्या नाम की लड़की हॉस्टल आई ही नहीं।