छिंदवाड़ा में नवोदय के स्टूडेंट्स ने 6 घंटे तक खुद को किया कमरे में बंद, बोले- इंग्लिश टीचर शराब पीकर पीटते हैं
छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा में नवोदय विद्यालय के छात्रों ने शुक्रवार को खुद को छह घंटे कमरे में बंद कर लिया। छात्रों का आरोप है कि इंग्लिश के टीचर शराब के नशे में धुत होकर पिटाई करते हैं।
सिंगोड़ी के नवोदय विद्यालय में स्थित सीनियर उदयगिरि बिल्डिंग में 9 और 11वीं के करीब 70 से 80 छात्र रहते हैं। शुक्रवार सुबह करीब 6:45 बजे बच्चों को युवा दिवस के मौके पर सूर्य नमस्कार में शामिल होना था, लेकिन 7 बजे तक बच्चे नहीं पहुंचे। इस पर स्टाफ उन्हें बुलाने गया।
पता चला कि बच्चाें ने कमरे की अंदर से कुंडी लगा रखी थी। कुंडी खोलने के लिए कहा, तो बच्चों ने मना कर दिया। इसकी जानकारी प्रिंसिपल विद्या शरण जोशी को दी गई।
इंग्लिश टीचर पर प्रताड़ना का आरोप
छात्रों का कहना था कि अंग्रेजी टीचर सर्वेंद्र मेश्राम उन्हें बेवजह पीटते हैं। साथ ही, शराब पीकर स्कूल और क्लास में आते हैं। बच्चे प्रभारी कलेक्टर पार्थ जायसवाल को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। पुलिस को भी सूचना दी गई। सिंगोड़ी चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुशराम पहुंचे। उन्होंने भी समझाने की कोशिश की। इस बीच, प्रबंधन ने नाश्ते के लिए भी कहा, लेकिन बच्चों ने मना कर दिया।
सूचना पर 11:30 बजे अमरवाड़ा एसडीम हेमकरन धुर्वे और एसडीओपी रविंद्र मिश्रा भी स्कूल पहुंचे। उन्होंने बच्चों को समझाया, तब कहीं जाकर करीब 1 बजे बच्चे माने।
स्कूल मैनेजमेंट का तर्क- मोबाइल के लिए की थी कार्रवाई
नवोदय स्कूल की प्रिंसिपल विद्या शरद जोशी का कहना है कि नवोदय स्कूल की गाइडलाइन के मुताबिक स्कूल में मोबाइल प्रतिबंधित है। करीब चार दिन पहले स्कूल के तीन छात्र एंड्रॉइड मोबाइल चलाते हुए पकड़े गए थे। उनसे मोबाइल जब्त कर लिया गया था। उनके खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाना थी। संभवत: बच्चों ने मामले को डायवर्ट करने की कोशिश की है। स्कूल में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
एसडीएम बोले- बच्चों को समझाइश दी है
एसडीएम हेमकरन धुर्वे ने बताया कि बच्चों ने बताया है कि स्कूल के टीचर सर्वेंद्र मेश्राम का व्यवहार ठीक नहीं है। पिछले दिनों प्रबंधन ने मोबाइल इस्तेमाल करने वाले तीन छात्रों को सस्पेंड कर दिया था। इससे भी बच्चे नाराज थे। बच्चों को स्कूल में मोबाइल इस्तेमाल नहीं करने और पढ़ाई पर फोकस के लिए कहा गया है।
साथ ही, स्कूल प्राचार्य को भी बच्चों के साथ उचित व्यवहार करने और समस्याओं के निराकरण के लिए कहा गया है। एसडीएम ने कहा कि अब हर सप्ताह स्कूल की विजिट करूंगा।