मोदी बोले- हमारी त्रिशक्ति ने कांग्रेस का भ्रष्ट तंत्र तहस-नहस किया, जबलपुर में 12 हजार 600 करोड़ के प्रोजेक्ट का लोकार्पण-शिलान्यास
जबलपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘हमने कांग्रेस सरकार की भ्रष्ट व्यवस्थाओं को बदलने के लिए अभियान चलाया है। मैं ना गरीबों का पैसा लूटने दूंगा और ना ही कांग्रेस के नेताओं की तिजोरी भरने दूंगा। हमने जनधन, आधार और मोबाइल की ऐसी त्रिशक्ति बनाई कि कांग्रेस का भ्रष्ट तंत्र तहस नहस हो गया। 2014 के पहले हजारों करोड़ के घोटाले अखबारों की हेडलाइन बना करते थे। गरीबों पर खर्च होने वाला पैसा कांग्रेस नेताओं की तिजोरियों में जा रहा था।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती के मौके पर जबलपुर पहुंचे। उन्होंने यहां वीरांगना रानी दुर्गावती स्मारक एवं उद्यान का शिलान्यास किया। साथ ही, दुर्गावती स्मारक पर डाक टिकट और सिक्के भी जारी किए। प्रधानमंत्री मोदी ने देश के अलग-अलग क्षेत्र से जुड़े 12 हजार 600 करोड़ के डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का भूमिपूजन और लोकार्पण भी किया।
बता दें कि पिछले 11 दिनों में पीएम मोदी का मध्यप्रदेश में ये तीसरा दौरा है, जबकि पिछले 6 महीने में 9वीं बार मध्यप्रदेश आए हैं।
पढ़िए, मोदी ने और क्या कहा…
- गरीबों का पैसा उनके हित में लग रहा: कांग्रेस के एक प्रधानमंत्री कहते थे कि एक रुपए भेजते हैं, तो 15 पैसा पहुंचता है। 85 पैसे कौन सा पंजा खींच लेता था। मोदी ने सब साफ कर दिया। ना गरीबों का पैसा लूटने दूंगा और ना ही कांग्रेस के नेताओं की तिजोरी भरने दूंगा। हमें जनधन, आधार और मोबाइल की ऐसी त्रिशक्ति बनाई कि कांग्रेस का भ्रष्ट तंत्र तहस नहस हो गया। आज गरीबों का पैसा गरीबों के हित में लग रहा।
- कांग्रेस की भ्रष्ट व्यवस्था बदलने का अभियान: 20-22 साल की उम्र वालों को पता नहीं होगा कि मोदी के आने से पहले क्या हाल था। तब हजारों करोड़ों के घोटाले अखबारों की हेडलाइन बना करते थे। गरीब पर खर्च होने वाला पैसा कांग्रेस नेताओं की तिजोरियों में जा रहा था। हमने कांग्रेस सरकार की बनाई भ्रष्ट व्यवस्थाओं को बदलने का अभियान चलाया। 11 करोड़ फर्जी नामों को सरकारी दफ्तरों से हटाया।
- कांग्रेस में एक ही परिवार की चरण वंदना: जिस दल ने इतने साल तक सरकार चलाई, उसने आदिवासियों को सम्मान नहीं दिया। देश को पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति देने का सौभाग्य भी भाजपा को मिला। आजादी के बाद दशकों तक जो दल सरकार में बैठा रहा, उसने एक ही परिवार की चरण वंदना की। देश की परवाह नहीं की।
- दुनिया भारत का गुणगान कर रही, ये गाली दे रहे: दुनिया भारत का गुणगान कर रही है, वहीं वो राजनीतिक दल जिनका सब लुट गया है, उन्हें सिवाय कुर्सी के कुछ दिखता नहीं है। अब ये इस हद तक गए है कि भाजपा को गाली देते भारत को गाली दे रहे हैं। ये लोग आए दिन डिजिटल इंडिया के लिए मजाक उड़ाते हैं। इन्होंने कोरोना वैक्सीन पर भी सवाल उठाए।
- महापुरुषों, वीरों, वीरांगनाओं को भुलाया: किसी देश में रानी दुर्गावती जैसा कोई नायक होता, नायिका होती, तो वो देश उछल कूद करता। आजादी के बाद देश में भी महापुरुषों को भुला दिया गया। तेजस्वी, तपस्वी, त्याग और तपस्या की मूर्ति वीरों और वीरांगनाओं को भुला दिया गया।
- ‘मोदी की गारंटी, MP विकास में टॉप पर होगा: प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार की प्राथमिकता वंचितों को वरीयता है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से महिलाओं को उनका हक देने का काम भी भाजपा ने किया है। भाजपा सरकार गरीबों की सरकार है। परिवार को आगे बढ़ाने के लिए कुछ लोग प्रपंच कर रहे हैं, लेकिन मोदी की गारंटी है एमपी विकास में टॉप पर आएगा।
- विकास को रुकने नहीं देना है: ये समय मध्यप्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है। प्रदेश ऐसे मुहाने पर है, जहां विकास में कोई भी रुकावट, उसके विकास की गति में गिरावट, 20-25 साल में भी लौटेगी नहीं। विकास को रुकने नहीं देना है, अटकने नहीं देना है।
कांग्रेस ने पेसा एक्ट लागू नहीं किया, हमने किया: शिवराज
एक सरकार पहले सालों तक रही उसने एक खानदान के लोगों का ही महिमामंडन किया। रानी दुर्गावती की प्रतिमा भी भाजपा सरकार ने लगाई। कांग्रेस ने कभी पेसा एक्ट लागू नहीं किया। ये काम करने का सौभाग्य भी हमें मिला। आज पेसा एक्ट जल, जमीन और जंगल का अधिकार दे रहा है। पेसा एक्ट के तहत गांव में छोटे-मोटे विवाद समितियां भी निपटा देती है। पेसा को जमीन पर उतारकर आदिवासी समाज का कल्याण किसी ने किया तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया।
रानी दुर्गावती की 52 फीट ऊंची प्रतिमा लगेगी
स्मारक एवं संग्रहालय में वीरांगना रानी दुर्गावती की अष्टधातु से बनी 52 फीट ऊंची प्रतिमा लगेगी। संग्रहालय में आदिवासी योद्धाओं की शौर्य गाथा को भी चित्रित किया जाएगा। यहां ओपन थिएटर भी बनेगा। साथ ही, रानी दुर्गावती की जीवन गाथा को बताने के लिए लाइट एंड शो का मंचन करने का प्रावधान भी स्मारक एवं संग्रहालय में किया गया है।