मंत्री भूपेंद्र-भार्गव और गोविंद सिंह CM हाउस तलब, शिवराज बोले- बयानबाजी नहीं करें, आपसी तालमेल से काम करें
भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले पिछले कुछ दिनों से भाजपा नेताओं बीच खींचतान चल रही है। इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर के तीनों मंत्रियों की बुलाकर एक घंटे तक क्लास ली। सीएम ने मंत्रियों को सार्वजनिक बयानबाजी नहीं करने और तालमेल बैठाकर काम करने की सलाह दी है। बैठक में मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेन्द्र सिंह, गोविन्द सिंह राजपूत के साथ सागर विधायक शैलेन्द्र जैन और नरयावली विधायक प्रदीप लारिया मौजूद थे।
सोमवार सुबह तीनों मंत्री सीएम हाउस पहुंचे। सीएम ने मंत्रियों से कहा- सार्वजनिक तौर पर ऐसी बात न कहें, जिससे जनता और कार्यकर्ताओं में गलत मैसेज जाए। सोशल मीडिया पर भी विरोधाभाषी टिप्पणियां नहीं करें। साथ ही, कार्यकर्ताओं और करीबियों से भी सार्वजनिक बयानबाजी नहीं करने के लिए कहें। केन्द्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर चल रहे विशेष जनसंपर्क अभियान में भागीदारी निभाएं।
मंत्रियों ने साधी चुप्पी
बैठक के बाद मंत्री भूपेन्द्र सिंह और गोविन्द राजपूत ने चुप्पी साध रखी है। मंत्री गोपाल भार्गव ने इन खबरों को निराधार बताया था। वहीं, विधायक प्रदीप लारिया ने कहा कि क्षेत्र के विकास की चर्चा करने गए थे। विवाद जैसी बात नहीं है।
इधर, पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा- क्षेत्र के विकास के संबंध में हम सागर जिले के विधायक, मंत्री गण मुख्यमंत्री से मिलने गए थे। विकास से जुड़े विषयों पर चर्चा हुई है। इसके अलावा, कोई बात नहीं हुई।
सागर में बढ़ रहा था विवाद
ज्ञात हो कि सागर में मंत्रियों के बीच का विवाद बढ़ता जा रहा था। पिछले महीने कैबिनेट की बैठक के बाद मंत्री गोपाल भार्गव, गोविन्द सिंह राजपूत ने जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया, विधायक शैलेन्द्र जैन और प्रदीप लारिया के साथ मंत्री भूपेन्द्र सिंह की शिकायत की थी। कहा था- भूपेंद्र सिंह अपने विरोधियों को प्रश्रय दे रहे हैं। सागर में बिना उनसे (भूपेंद्र) पूछे काम नहीं हो रहा। छवि भी जानबूझकर खराब की जा रही है। सागर के हालात ठीक नहीं हैं।
भूपेंद्र सिंह से नाराज गुट ने मुख्यमंत्री को कह दिया कि यदि ऐसे ही हालात रहते हैं, तो वे सामूहिक इस्तीफा दे देंगे। करीब पौन घंटे तक मुख्यमंत्री ने तमाम मसलों पर भार्गव-राजपूत की बात सुनी। सीएम ने भरोसा दिया कि वे जल्द ही इस मसले पर बात करेंगे।
सोशल मीडिया पर भी पोस्ट शेयर की थी
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सोशल मीडिया में विवादित पत्र शेयर करने पर सागर महापौर के पति सुशील तिवारी को बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य पद से हटा दिया गया। मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत के बेटे आकाश और भाजपा के जिला मंत्री देवेन्द्र फुसकेले ने भी भूपेन्द्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र खुरई को लेकर भी सोशल मीडिया में पोस्ट शेयर की थी।