मंत्री नागर सिंह चौहान बोले- आदिवासी हितों की रक्षा नहीं कर पा रहा, इस्तीफा दूंगा; विभाग छिनने से नाराज हैं
भोपाल। मध्यप्रदेश के अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री और आलीराजपुर से भाजपा विधायक नागर सिंह चौहान ने इस्तीफा देने की बात कही है। वे अपना वन एवं पर्यावरण विभाग छिनने से नाराज हैं। सोमवार को उन्हाेंने मीडिया के सामने यह बात कही। नागर ने कहा कि मैं इस्तीफा दे दूंगा, क्योंकि मंत्री रहते हुए आदिवासी हितों की रक्षा नहीं कर पा रहा। हालांकि, बाद में बयान सार्वजनिक करने से मना कर दिया।
नागर ने कहा कि अभी इस्तीफे का मामला होल्ड पर है। पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। बात नहीं सुनी जाती है, तो इस्तीफा दे सकते हैं।
बता दें कि रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कैबिनेट में फेरबदल किया। इसमें रामनिवास रावत को वन एवं पर्यावरण मंत्री बनाया है। यह विभाग पहले नागर सिंह चौहान के पास था। रावत ने 8 जुलाई को कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली थी, लेकिन उनके पास कोई विभाग नहीं था। अब नागर सिंह के पास सिर्फ अनुसूचित जाति कल्याण विभाग रह गया है।
Minister Nagar Singh Chauhan said – I am not able to protect tribal interests
पढ़िए, क्या कहा था मंत्री नागर सिंह चौहान ने
‘आलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, बड़वानी, धार, खरगोन के आदिवासी भाइयों ने मुझ पर भरोसा जताया है कि मैं उनके लिए विकास करूंगा, लेकिन सरकार द्वारा मुख्य पद ले लेने के बाद मैं विकास नहीं कर पाऊंगा। उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाऊंगा।
मेरे बिना मांगे तीन-तीन विभाग दिए गए थे, जबकि मैंने आदिवासी होने के नाते आदिवासी विभाग मांगा था। बावजूद कांग्रेस से आए कार्यकर्ताओं को ओबलाइज्ड करने के लिए उन्हें पद दिए जा रहे हैं, जो गलत है।
Minister Nagar Singh Chauhan said – I am not able to protect tribal interests
आलीराजपुर जिला कांग्रेस का अभेद्य गढ़ रहा है। वहां दिन-रात मेहनत करके काम किया है। मेरे विभाग ले लेने के बाद अब मंत्री बने रहने का औचित्य नहीं रहता, इसलिए मैं संगठन से चर्चा के बाद इस्तीफा दे सकता हूं।
Minister Nagar Singh Chauhan said – I am not able to protect tribal interests
बिना पूछे, चर्चा किए छीना गया विभाग
नागर सिंह ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस से आए लोगों को पदों से नवाजा जा रहा है, वह ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि मंत्री पद आते-जाते हैं। पद महत्वपूर्ण नहीं है। मुझे दु:ख है कि बीजेपी के मूल कार्यकर्ता को मारा जा रहा है। कांग्रेस से आए नेताओं को नवाजा जा रहा है। चौहान ने कहा कि अगर सात महीने बाद विभाग से हटाना ही था, तो मुझे मंत्री बनाने की जरूरत नहीं थी। एक बार संगठन और मुख्यमंत्री को उनसे पूछना चाहिए था, जो नहीं किया गया, इससे दु:ख है।
बीजेपी के 163 विधायक हैं। ऐसी क्या जरूरत है कि कांग्रेस से आए रावत को बुलाने और पद देना पड़ा। चौहान ने आरोप लगाया कि ऐसा लग रहा है कि बीजेपी की विचारधारा को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है।
Minister Nagar Singh Chauhan said – I am not able to protect tribal interests