सोशल मीडिया पर मैसेज और शादी में पहुंच गए मेहमान, जबलपुर में दो अनाथ लड़कियों को दिया आशीर्वाद

जबलपुर। सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल होता है और शादी में बड़ी संख्या में मेहमान पहुंच जाते हैं। वो भी गिफ्ट के साथ। ये शादी थी दो अनाथ लड़कियों की।
समाजसेवी ‘मोक्ष’ नाम की संस्था ने मेडिकल रैन बसेरा में सोमवार को दोनों लड़कियों का विवाह धूमधाम से करवाया। दोनों 12 साल पहले लावारिस हालात में मेडिकल कॉलेज के पास मिली थीं। इसमें साधु-संतों ने भी नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया।
संस्था के संचालक आशीष ठाकुर ने बताया कि करीब 12 साल पहले दोनों लड़कियां मेडिकल कॉलेज के पास मिली थीं। बच्चियां अपने परिजनों का नाम तक नहीं बता सकी थीं। दोनों को रैन बसेरा में रखा। उन्हें पढ़ाया-लिखाया। अब सोमवार को हिंदू रीति-रिवाज से दोनों की शादी करवाई। आशीष ठाकुर ने उनका कन्यादान भी किया। संस्था संचालक आशीष का कहना है कि उस समय दोनों की उम्र 10 साल थी। इनका नाम शिव कुमारी और पूजा रखा।

दहेज में जुट गया भारी सामान
शिव कुमारी और पूजा की शादी की तैयारी करीब एक सप्ताह से चल रही थी। संस्था की ओर से मैसेज सोशल मीडिया में छोड़ा, जिसमें लिखा था कि…मोक्ष असहाय कन्या विवाह में आप आमंत्रित है। विवाह पूजा संग रिंकू और शिवकुमारी संग संदीप का है। इसके बाद विवाह में न सिर्फ जबलपुर, बल्कि साधु-संत भी पहुंचे।
किसी को भी घर जाकर या निमंत्रण देकर नहीं बुलाया गया था। देखते ही देखते दहेज के लिए सोफा, टीवी, कूलर, पलंग, सोने-चांदी के जेवरात, गैस चूल्हा समेत बर्तन इकट्ठे हो गए।
शिव की जबलपुर, तो पूजा का कटनी में शादी
आशीष ने जब दोनों के लिए वर तलाश करना शुरू किया, तो पूजा के साथ जबलपुर निवासी रिंकू ने हामी भर दी, तो शिवकुमारी का कटनी बहोरीबंद निवासी संदीप से विवाह हुआ। पूजा के पति रिंकू प्राइवेट जॉब करते हैं। शिवकुमारी केयर टेकर का काम एक घर पर करती है। आशीष ने बताया कि दोनों ही लड़की पैरों पर खड़ी हैं।
ज्ञानेश्वरी दीदी और चिनमय महाराज भी पहुंचे
शादी में नृसिंह मंदिर के डाॅ. स्वामी नृसिंह दास महाराज भी पहुंचे। उन्होंने दंपती को आशीर्वाद देकर मंगल जीवन की कामना की।