पटाखा निर्माण का लाइसेंस, कई से काम बंद, सिहोरा और मझौली के 6 पटाखा गोदामों पर की जांच

सिहोरा। हरदा पटाखा फैक्ट्री में हादसे के बाद सिहोरा और मझौली तहसील की दो पटाखा फैक्ट्री और 6 पटाखा गोदाम की जांच की गई। यहां पटाखा गोदाम में स्टॉक और भंडारण क्षमता का मिलान किया गया। जांच में पता चला कि पटाखा निर्माण के लिए लाइसेंस तो लिया गया है, लेकिन कई साल से पटाखा निर्माण बंद है। संबंधित दोनों पटाखा फैक्ट्री का लाइसेंस निरस्त करने का प्रस्ताव भेजा जाएगा।
एसडीम सिहोरा रूपेश सिंघई, तहसीलदार शशांक दुबे, एसडीओपी पारुल शर्मा प्रशासनिक अमले के साथ गुरुवार को मझगवां और मझौली में पटाखा निर्माण फैक्ट्री पहुंचे। जांच में पता चला कि संबंधित ने लाइसेंस तो ले लिया गया, लेकिन यहां पटाखे का निर्माण बंद पड़ा है।
गोदाम में स्टॉक और क्षमता की जांच
अफसरों ने सिहोरा के तीन गोदाम में पटाखा के भंडारण स्टाक और क्षमता का रिकॉर्ड देखा। शहरी बसाहट से गोदाम की दूरी, सुरक्षा मानक के लिए क्या व्यवस्था है की गई हैं, इसकी जांच की। इसके अलावा मझौली तहसील में भी पटाखा स्टॉक के तीन गोदाम का प्रशासन और पुलिस ने जांच की।
बंद पड़ी फैक्ट्री के लाइसेंस निरस्त करने का भेजेंगे प्रस्ताव
एसडीएम रूपेश सिंघाई ने बताया कि मझगवां और मझौली में पटाखा निर्माण के लाइसेंस धारी द्वारा लंबे समय से कम बंद रखा गया है। जिसको देखते हुए संबंधित दोनों पटाखा निर्माण फैक्ट्री के लाइसेंस को निरस्त करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।