एक लाख रुपए के लिए महिला के सिर पर हथौड़ी से किए 15 वार, जबलपुर में हत्या के बाद पुलिस के साथ सुराग तलाशता रहा

जबलपुर (वाजिद खान)। जबलपुर में एक लाख रुपए देने से मना करने पर महिला के सिर पर हथौड़ा मार कर हत्या कर दी। महिला रुपए ब्याज पर देने का काम करती थी। आरोपी उसके यहां लोगों से रुपए वसूलने का काम करता था। मामला रविवार काे सिहोरा का है। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया।
पुलिस ने बताया कि महिला चंदा श्रीवास्तव (54) घर में अकेली रहती थीं। वह ब्याज पर रुपए देने का काम करती थीं। आरोपी विकास त्रिपाठी भी उसके लिए काम करता था। रविवार को चंदा की लाश उसके घर मिली थी।
हथौड़ी से कुचल दिया सिर
रविवार दोपहर आरोपी एक लाख रुपए लेने के लिए घर पहुंचा था। चंदा ने कहा था कि उसने जिस व्यक्ति को आठ लाख रुपए दिए हैं, वो उससे रकम वसूल कर ले आए। उसमें से एक लाख रुपया रख ले।
इस पर विकास ने रुपए बाद में वसूलने के लिए कहा। इस पर चंदा ने रुपए देने से मना कर दिया।

विकास ने एक सप्ताह पहले भी चंदा से 50 हजार रुपए मांगे थे। तब उसे 8 हजार रुपए दिए थे। वारदात वो दिन आरोपी प्लान के तहत गया था। उसने चंदा से घर से मोबाइल लेकर लौटकर आने के लिए कहा। यहां आकर रुपए मांगे। मना करने पर एक गिलास पानी मांगा। चंदा किचन में पानी लेने गई, तभी पीछे से हथौड़े से सिर पर दो वार किए। इसके बाद ताबड़तोड़ 15 वार हथौड़ी से किए। आरोपी ने महिला के गले से सोने की चेन और कान के टॉप्स उतार भाग गया।
महिला से कहता था मौसी आरोपी
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह महिला के पड़ोस में रहता है। वह उससे मौसी कहता था। चंदा ब्याज पर रुपए देती थीं। कर्ज चुकाने के लिए एक लाख रुपए मांगे थे।
किसी को शक न हो इसलिए आरोपी पुलिस के साथ घूमता रहा। घटनास्थल पर भी वह मौजूद रहा। शव को पीएम तक ले जाने में भी मदद की।
कॉल डिटेल से पकड़ाया आरोपी
एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि चंदा श्रीवास्तव के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली। पता चला कि आखिरी बार विकास त्रिपाठी से ही करीब डेढ़ मिनट तक बात हुई थी। विकास की मोबाइल लोकेशन भी घटनास्थल पर थी। पुलिस को यह समझते देर नहीं लगी कि अब विकास ही हत्याकांड का आरोपी है। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया।

लूट के गहने टंकी में डाले
विकास ने वारदात के बाद लूट के गहने कपड़े से बांधकर घर के बाजू में छत पर रखी पानी की टंकी में डाल दिए थे। वो जानता था कि अगर पुलिस उसके घर की तलाशी भी ले सकती है। उसने खून से सनी हथौड़ी और शर्ट को प्लाट पर छिपा दिया था।
दो लोग पैसा कलेक्शन का काम करते थे
जांच में पता चला कि चंदा श्रीवास्तव के घर के पास रहने वाला विकास उर्फ मोना त्रिपाठी उसके लिए ब्याज का पैसा कलेक्शन का काम करता है। सबसे ज्यादा चंदा के घर आना-जाना विकास का था। संदेह के आधार पर विकास उर्फ मोना त्रिपाठी (32) से पूछताछ की। सख्ती करने पर वह टूट गया।