ABVP से लेकर CM तक का सफर, तीसरी बार विधायक बने, विवादों से भी नाता; जानिए नए मुख्यमंत्री मोहन यादव को
भोपाल। भाजपा ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर एक बार फिर चौंकाया है। सोमवार को भाजपा की विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगाई गई। मोहन यादव उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक हैं। वह तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। उन्होंने 2013, 2018 और 2023 में इस सीट से चुनाव जीता है। वह संघ के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने एबीवीपी से राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। पढ़िए, उनकी पूरा राजनीतिक सफर…
करीब 13 हजार वोटों से हराया था कांग्रेस को 2023 के विधानसभा चुनाव में मोहन यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव को 12,941 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्हें 95,699 वोट मिले थे।
संघ के करीबी हैं
मोहन यादव शिवराज सिंह चौहान की सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। वह साल 2013 में पहली बार विधायक बने थे। मोहन यादव एबीवीपी और संघ से जुड़े रहे हैं। साल 1984 में मोहन यादव छात्र संघ के अध्यक्ष और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री चुने गए थे।
यादव का राजनीतिक सफरनामा
यादव ने उज्जैन के माधव विज्ञान महाविद्यालय से पढ़ाई की है। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री रहे हैं। 1982 में छात्र संघ का सह सचिव चुना गया। भाजपा की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य और सिंहस्थ, मध्य प्रदेश की केंद्रीय समिति के सदस्य रहे हैं। मध्य प्रदेश विकास प्राधिकरण के प्रमुख, पश्चिम रेलवे बोर्ड में सलाहकार समिति के सदस्य रह चुके हैं।

विवादों से भी रहा है नाता
मोहन यादव का विवादों से भी नाता रहा है। साल 2020 में उपचुनाव के समय असंयमित भाषा के प्रयोग के कारण चुनाव आयोग ने उनपर एक दिन के लिए प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया था। मोहन यादव को राजनीति में भाजपा का मजबूत यादव चेहरा माना जाता है।
माता सीता को लेकर विवाद में रहे
मोहन यादव ने माता सीता को लेकर विवादित बयान दिया था। मंत्री ने कहा था कि ‘मर्यादा के कारण राम को सीता को छोड़ना पड़ा। उन्होंने वन में बच्चों को जन्म दिया। कष्ट झेलकर भी राम की मंगलकामना करती रहीं। आज के दौर में ये जीवन तलाक के बाद की जिंदगी जैसा है’।

पत्नी बोलीं- महाकाल ने मेहनत का फल दिया
मुख्यमंत्री के रूप में अपने नाम के ऐलान के बाद मोहन यादव ने कहा- मैं पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं। प्यार और सहयोग के लिए पार्टी की स्टेट लीडरशिप और केंद्रीय लीडरशिप का बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाऊंगा।
वहीं, उनकी पत्नी सीमा यादव ने कहा- मेहनत का फल अच्छा होता है। हमारी खुशी का ठिकाना नहीं है। भगवान महाकाल ने मेहनत का फल दिया है।
प्रदेश के 20वें सीएम होंगे, शिवराज सिंह से 6 साल छोटे
मध्यप्रदेश के 20वें सीएम होने वाले मोहन यादव शिवराज सिंह चौहान से उम्र में 6 साल छोटे हैं। ये चौथा मौका है, जब मालवा अंचल से भाजपा ने मुख्यमंत्री बनाया है। इससे पहले, देवास से कैलाश जोशी और रतलाम से सुंदर लाल पटवा मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इनके अलावा मालवा-निमाड़ से कैलाश नाथ काटजू और प्रकाश चंद सेठी भी सीएम रह चुके हैं।
लट्ठ चलाने और कुश्ती के भी शौकीन
मोहन यादव तलवारबाजी, लठ्ठ चलाने और कुश्ती के शौकीन हैं। वे राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं। म़ॉर्निंग वॉक और साइकिलिंग भी उनकी हॉबी में शामिल हैं। मुख्यमंत्री के रूप में अपने नाम के ऐलान के बाद मोहन यादव ने कहा- मैं पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं। प्यार और सहयोग के लिए पार्टी की स्टेट लीडरशिप और केंद्रीय लीडरशिप का बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से निभाऊंगा।