खरगोन के स्टूडेंट का खंडवा में मर्डर, दोस्तों ने जमीन में दफनाया दिया था शव; गड्ढा खोदकर निकलवाया

खंडवा/खरगोन। खरगोन के स्टूडेंट की खंडवा में उसके दोस्तों ने हत्या कर दी। उसका शव जंगल में गाड़ दिया। पुलिस ने एक दोस्त को हिरासत में लिया। उसकी निशानदेही पर सोमवार को भैरूखेड़ा के जंगल में गड्ढा खोदकर शव निकालवाया। छात्र 17 मई से लापता था।
22 साल का पंकज करोड़े (गुर्जर) खरगोन में भीकनगांव के सिराली गांव का रहने वाला था। वह सनावद में बीए सेकंड ईयर में था। पिता पूनमचंद करोड़े किसान हैं। छोटा भाई चंदन इंदौर में पढ़ाई कर रहा है।
पिता से कहा था- घर आ रहा हूं, लेकिन पहुंचा नहीं
पंकज ने 17 मई को पिता को फोन किया था। उसने कहा था, ‘मैं घर आ रहा हूं’ रात 10 बजे तक वह नहीं पहुंचा। उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ मिला। 18 मई को परिजन तलाश करते रहे। रात में भीकनगांव पुलिस से गुमशुदगी दर्ज कराई।
परिजन ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन पहले पंकज का विवाद गांव के ही रहने वाले दोस्त प्रदीप से हुआ था। पुलिस ने प्रदीप को पूछताछ की। सख्ती करने पर वह टूट गया। उसने दो अन्य दोस्तों के साथ पंकज की हत्या कबूल कर ली।
Khargone student murdered in Khandwa
प्रदीप ही बाइक से छात्र को लेने पहुंचा
17 मई की शाम पंकज सनावद से घर जाने के लिए बस में बैठा। सिराली गांव सनावद से 10 किलोमीटर दूर है। प्रदीप ही उसे बाइक से लेने सिराली आया था। वह उसे सिराली न ले जाकर धनगांव के पास भैरूखेड़ा गांव की ओर ले गया।
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4 दिन में गल चुकी थी लाश, खोदकर निकाली
हत्याकांड को 4 दिन हो चुके हैं। रविवार रात भीकनगांव पुलिस पहुंची तो गड्ढे से बाहर सिर्फ हाथ दिखाई दे रहा था। इसी के आधार पर परिवार ने पंकज को पहचान लिया। सोमवार सुबह पुलिस ने घटनास्थल पहुंची और गड्ढा खोदकर शव को निकलवाया। चार दिन में लाश पूरी तरह गल चुकी थी।
घटना खंडवा जिले के थाना धनगांव क्षेत्र की है, लेकिन युवक की गुमशुदगी पहले से खरगोन के भीकनगांव थाने में भी दर्ज थी। धनगांव टीआई विजय वर्मा के अनुसार, इस केस में कार्रवाई भीकनगांव पुलिस करेगी।