कमलनाथ का फर्स्ट टाइम वोटर्स को लैटर, कहा- सौदे, धन-बल से चल रही भाजपा सरकार; विजयवर्गीय बोले- आपने MP नहीं देखा
भोपाल। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में पहली बार वोटर बने 22 लाख युवाओं को लैटर लिखा है। इसमें उन्होंने कहा- ‘हमें विचार करना होगा कि आपके माता-पिता की खून-पसीने की कमाई से मिली शिक्षा के बाद भी आप क्यों परिवार के सपनों को साकार नहीं कर पाते? इसका जवाब है कि भाजपा सरकार योग्यता से नहीं, सौदे और धन-बल से चल रही है। इनकी प्राथमिकता में प्रदेश के युवा और उनका भविष्य नहीं है।
इस पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ’75 साल की उम्र के बाद वैसे भी नींद कम आती है। कमलनाथ जी सपने देखते रहते हैं। सपने सच करने के लिए मेहनत करनी पड़ती है। खाली बैठकर बयानबाजी से सपने सच नहीं होते। कमलनाथ जी ने कभी मध्यप्रदेश देखा ही नहीं है। हेलिकॉप्टर से उड़े हैं। सड़कें नहीं देखीं, गरीबों के गांव और घर नहीं देखे।
जब मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ एक था, तब हमने और शिवराज जी ने हमारी टीम ने मप्र को पैरों से रौंदा (घूमा) है, इसलिए हम जानते हैं कि गरीब की तकलीफ और दर्द क्या है। हमने मप्र में एक-एक करके विकास किया। गरीबों की तकलीफ दूर की है।’
मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद राजनीतिक दलों में सबसे पहले कांग्रेस ने फर्स्ट टाइम वोटर्स पर फोकस किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने नई वोटर लिस्ट के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर फर्स्ट टाइम वोटर्स का स्वागत करते हुए अभिनंदन किया था।
कांग्रेस की नजर 22 लाख 26 हजार वोटर्स पर
चुनाव आयोग से जारी मतदाता सूची के मुताबिक प्रदेश में 22 लाख 26 हजार फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं। पिछले पांच साल में प्रदेश में 56 लाख 40 हजार 978 मतदाता बढ़े हैं। साल 2018 में कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़, 49 लाख 5 हजार 251 थी, इनमें पुरुष मतदाता 2 करोड़ 63 लाख 62 हजार 394 थे तो महिला मतदाता 2 करोड़ 41 लाख 32 हजार 857 थी। अब प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या में 5 करोड़ 61 लाख 36 हजार 229 हो गई है।
पढ़िए, कमलनाथ के लैटर में क्या लिखा-
ज्यादातर युवा बेरोजगार, भाजपा सरकार जिम्मेदार
‘आपको यह जानकर दु:ख होगा कि आज मध्यप्रदेश में दो करोड़ से अधिक युवा हैं और इनमें से अधिकतर बेरोज़गार हैं। युवाओं की इस स्थिति का कारण प्रदेश की भाजपा सरकार है, जिसने कभी भी नौजवानों के भविष्य को ध्यान में रखकर कोई युवा हितैषी नीतियां नहीं बनाई, जो भी नीतियां बनाई वे सभी दोषपूर्ण बनाई और वो भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।’
मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार ने शिक्षा का स्तर गिराया
‘18 साल से सत्ता में बनी हुई भाजपा सरकार ने मध्यप्रदेश के शिक्षा और कौशल के स्तर को बहुत ही नीचे गिरा दिया है और इस कारण से प्रदेश का युवा बेरोजगार हो गया है। आज मध्यप्रदेश की पहचान लगातार हो रहे भर्ती घोटालों से होती है। प्रदेश को व्यापमं घोटाले के लिए जाना जाता है। अभी हाल ही में पटवारी भर्ती और पेसा भर्ती में भी घोटाला हुआ।
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री से लेकर पटवारी तक के पद सौदेबाजी से भरे जा रहे है। आप सोचिए कि जो सरकार चुनाव के 4 महीने पहले भी सरेआम पटवारी भर्ती घोटाला कर सकती है, वह सरकार फिर सत्ता में आने पर आपके भविष्य के साथ क्या-क्या खिलवाड़ नहीं करेगी?’
‘भाजपा सरकार योग्यता से नहीं, सौदे और धन-बल से चल रही’
‘2003 से लगातार सत्ता में रहने के कारण भाजपा सरकार युवाओं के प्रति अत्यधिक असंवेदनशील हो गई है और सत्ता का दुरूपयोग कर युवाओं के भविष्य के साथ खुलकर खिलवाड़ कर रही है।
हमें यह विचार करना होगा कि आपके माता-पिता की खून-पसीने की कमाई से मिली शिक्षा के बाद भी आप क्यों अपने परिवार के सपनों को साकार नहीं कर पाते हैं ? इसका जबाव है कि भाजपा सरकार योग्यता से नहीं, सौदे और धन-बल से चल रही है और इनकी प्राथमिकता में प्रदेश के युवा और उनका भविष्य नहीं है।’