जबलपुर-उमरिया के इंजीनियर्स की पुणे में मौत, बिल्डर के नाबालिग बेटे ने पोर्शे कार से कुचला

वाजिद खान, जबलपुर। महाराष्ट्र के पुणे हिट एंड रन केस में मध्यप्रदेश के दो इंजीनियर्स की जान चली गई। मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। जबलपुर की अश्विनी कोष्टा और उमरिया के अनीश अवधिया के शव सोमवार देर शाम घर पहुंचे। दोनों की उम्र 25 साल थी।
18 मई की रात 2.15 बजे पुणे में अश्विनी और अनीश रेस्टोरेंट से निकलकर बाइक से जा रहे थे। कल्याणी नगर के पास हाई स्पीड पोर्शे कार ने दोनों को कुचल दिया। कार पुणे के बिल्डर का नाबालिग बेटा नशे में धुत होकर चला रहा था।
कोर्ट (किशोर न्याय बोर्ड) ने नाबालिग को जमानत दे दी। उसे दुर्घटनाओं पर निबंध लिखने के लिए कहा गया। इधर, मंगलवार सुबह पुलिस ने आरोपी नाबालिग के पिता और बिल्डर विशाल अग्रवाल को संभाजीनगर से गिरफ्तार किया है। जिस बार में लड़के ने शराब पी थी, उसके ओनर और मैनेजर को भी पकड़ा गया है।
Jabalpur-Umaria engineers die in Pune
14 जनवरी को जबलपुर आई थी अश्विनी
अश्विनी की फैमिली जबलपुर के साकार हिल्स में रहती है। परिवार में सबसे छोटी होने से वे सबकी लाड़ली थी। घरवाले उन्हें आशी कहकर बुलाते थे। बड़े भाई सम्प्रित बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। पिता सुरेश कोष्टा जबलपुर में बिजली विभाग में कार्यालय सहायक हैं। मां, पिता और भाई के आंसू नहीं थम रहे। अश्विनी 2 साल से पुणे में थीं। इससे पहले, वह अमेजन कंपनी में थी। उसने स्विच कर जॉनसन कंट्रोल कंपनी जॉइन की थी। 14 जनवरी को बर्थडे सेलिब्रेट करने जबलपुर आई थी।

एक महीने पहले घर आया था अनीश
अनीश उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली के रहने वाले थे। अनीश की मौत के बाद मां, दादी बार-बार बेहोश हो जा रही हैं। वह एक महीने पहले घर आया था। कंपनी से फोन आने के बाद वापस पुणे चला गया था। अनीश ने ग्रेजुएशन पुणे से किया और यहीं जॉब लग गई।
अनीश के छोटे भाई देवेश अवधिया ने बड़े भाई को मुखाग्नि दी। देवेश भाई के साथ पुणे में रहकर पढ़ाई कर रहा था।
परिजन बोले- लड़के और उसके पेरेंट्स को सजा मिले
पिता सुरेश कोष्टा ने बताया कि ‘बच्चे को कार दे दी, यह गलत है। हमारे बच्चे जब तक बालिग नहीं हुए, हमने उन्हें गाड़ी नहीं दी। भाई सम्प्रित ने बताया, ‘अश्विनी ने पुणे से ही पढ़ाई की थी, फिर वहीं जॉब करने लगी। आखिरी बात पापा से हुई थी। उसने बताया था कि पार्टी में जाएंगे। उसी दिन रात हादसे की खबर आई।’
अश्विनी के मामा ने कहा, ‘यही चाहूंगा कि लड़के की बेल खारिज हो, उसे सख्त से सख्त सजा मिले।
Jabalpur-Umaria engineers die in Pune
पब से पार्टी कर लौट रहा था बिल्डर का बेटा
पुणे में कार बिल्डर का 17 साल 8 महीने का बेटा चला रहा था। वह 12वीं में पास होने की खुशी में दोस्तों के साथ पब से पार्टी कर घर लौट रहा था।
नाबालिग के वकील प्रशांत पाटिल ने कहा कि कोर्ट ने शर्त रखी है कि लड़के को 15 दिन के लिए यरवदा में ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करना होगा। दुर्घटनाओं पर एक निबंध लिखना होगा। शराब पीने की आदत का इलाज और काउंसिलिंग करानी होगी।
पोर्शे की रफ्तार 200 किमी/घंटा थी
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार की टक्कर से अश्विनी हवा में कई फीट उछलकर जमीन पर आ गिरी थी। उनके कलीग पास खड़ी दूसरी कार में जा टकराए थे। घटना के 15 मिनट के अंदर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। हमने कार सवार लड़कों को पकड़ा। वे नशे में थे। एक लड़का भाग गया था। घटना के वक्त कार की स्पीड 200 किमी प्रति घंटे थी।
पुलिस के मुताबिक, कार पर नंबर प्लेट नहीं थी। कार सवार नशे में थे। टक्कर के कारण कार के एयरबैग खुल गए थे।

पुलिस ने कहा- सेशन कोर्ट जाएंगे
पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा कि अदालत से आग्रह किया था कि आरोपी के साथ वयस्क जैसा व्यवहार किया जाए, क्योंकि यह जघन्य अपराध है।
अमितेश ने कहा कि कोर्ट के आदेश के खिलाफ सेशन कोर्ट में जाएंगे। नाबालिग आरोपी के पिता पर बेटे को बिना नंबर प्लेट वाली कार चलाने देने के लिए कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, नाबालिगों को शराब देने वाले पब मालिक के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पीड़ितों में से एक के दोस्त की शिकायत के बाद पुलिस ने नाबालिग पर आईपीसी 304 (लापरवाही) के तहत मामला दर्ज किया है।