भोपाल में रुक-रुककर बारिश, डिंडौरी-मंडला रोड बंद, नर्मदा किनारे के घाट डूबे
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से में नया सिस्टम एक्टिव है। इस कारण भोपाल समेत कई शहरों में सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है। तेज बारिश के कारण डिंडौरी-मंडला रोड बंद हाे गया है। नर्मदा किनारे के घाट डूब गए हैं। मुरैना में चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने रीवा, पन्ना समेत 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के बाकी जिलों में भी हल्की से तेज बारिश हो सकती है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि ट्रफ लाइन और कम दबाव का एरिया बनने से पूर्वी मध्यप्रदेश में 5 अगस्त तक तेज बारिश हो सकती है। पश्चिमी हिस्से में हल्की बारिश होगी या फिर मौसम साफ रहेगा।
ऊपरी इलाकों में बारिश, नर्मदा का जलस्तर बढ़ा
डिंडौरी में नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। डैम घाट, मुख्य मंदिर के नीचे बने मंदिरों तक पानी आ गया है। एहतियातन टिकरिया पुल और नगर में बड़े पुल के किनारे पुलिस तैनात है। गुरुवार सुबह कलेक्टर विकास मिश्रा ने नर्मदा किनारे घाटों का निरीक्षण किया। SDM राम बाबू देवांगन ने बताया कि अमरकंटक करंजिया तरफ बारिश जारी है। इस कारण नर्मदा का जलस्तर और बढ़ सकता है।
डिंडौरी-मंडला मार्ग किसलपुरी के पास खरमेर नदी में बाढ़ आ गई। पुल पर पानी आने से डिंडौरी-मंडला रोड बंद हो गया है। करंजिया जनपद पंचायत क्षेत्र के बोंदर गांव के पास नाला उफनाया हुआ है।
उधर, मुरैना में चंबल नदी जलस्तर गुरुवार सुबह 122.60 मीटर पर आ गया है। नदी का डेंजर लेवल 138 मीटर है। राजस्थान के कोटा बैराज से नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। इस वजह से जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मुरैना जिला प्रशासन ने नदी किनारे के गांवों के लोगों को ऊपरी स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

अमरकंटक ताप विद्युत गृह के 3 गेट खोले
अनूपपुर में तालाब ओवरफ्लो होने से स्टेशन रोड पर पानी भर गया है। शहडोल-अनूपपुर मार्ग पर अमलाई थाने के समीप सड़क पर डेढ़ फीट तक पानी भरा है। दो दिन से हो रही बारिश के कारण अमरकंटक ताप विद्युत गृह के 3 गेट भी खोलना पड़े हैं।
रीवा के निचले इलाकों में पानी भरा
भोपाल, रायसेन, छिंदवाड़ा और नर्मदापुरम में गुरुवार सुबह से बारिश हो रही है। रुक-रुक कर कभी तेज तो कभी रिमझिम पानी गिर रहा है। रीवा में बारिश का पानी निचले इलाकों में भर गया।
MP में 2% बारिश ज्यादा
मध्यप्रदेश में 1 जून से अब तक ओवरऑल 2% ज्यादा बारिश हुई है। इनमें प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 7% तक कम बारिश दर्ज की गई है, जबकि पश्चिमी हिस्से में 10% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। मंगलवार-बुधवार को पूर्वी हिस्से में हुई बारिश से आंकड़े में 3% का सुधार हुआ है। इससे पहले पूर्वी हिस्से में 10% तक कम बारिश दर्ज की गई थी। इधर, पश्चिमी हिस्से में बारिश नहीं होने से पश्चिमी हिस्से में आंकड़ा घट रहा है।