ग्वालियर में सरपंच को सरेआम गोलियों से भूना, कार से उतरते ही की फायरिंग, आरोपियों का घर फूंका
ग्वालियर। ग्वालियर में कांग्रेस समर्थक सरपंच को गोलियों से भून दिया गया। कार से उतरते समय हमलावरों ने फायरिंग कर दी। उनके सिर में चार गोली लगी है। वारदात सोमवार दोपहर लोको शेड इलाके की है। पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी में भी रिकॉर्ड हो गई। वारदात से नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने आरोपियों के घर में आग लगा दी।
परिजनों ने भाजपा की भितरवार विधानसभा सीट से प्रत्याशी मोहन सिंह राठौर पर साजिश रचने का आरोप लगाया है।
विक्रम सिंह रावत बन्हैरी गांव के सरपंच थे। वह ग्वालियर में ही रहते थे। दो साल पहले यानी 2021 में उनके चचेरे भाई रामनिवास रावत की भी जमीन विवाद में हत्या कर दी गई थी। गांव के ही मुकेश रावत और साथियों ने आरोन में रामनिवास को घेरकर गोली मार दी थी। इस मामले में विक्रम चश्मदीद गवाह था। यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। इसी सिलिसले में सोमवार को वह वकील से मिलने पहुंचे थे।

बाइक से आए बदमाशों ने की फायरिंग
विक्रम सोमवार सुबह कांति नगर में वकील से मिलने कार से गए थे। कार से उतरकर उन्होंने पीछे वाली सीट का दरवाजा खोलकर दस्तावेज निकालने लगे। इसी दौरान बाइक सवार दो बदमाश आए। ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान आरोपियों की बाइक भी गिर पड़ी, लेकिन इसी बीच कुछ दूर पर एक्टिवा लेकर खड़े दो साथी और आ गए। करीब 30 सेकंड में 10 गोलियां चलाई गई। घटना का पता चलते ही पड़ाव थाना पुलिस समेत एसएसपी राजेश सिंह चंदेल व अन्य अफसर मौके पर पहुंच गए।
विक्रम सिंह रावत ने वकील ये यहां रिश्तेदार प्रदीप को भी बुला लिया था। प्रदीप भी मौके पर पहुंच गया। उसी ने पुलिस और गायत्री नगर में रहने वाले विक्रम के भाई रघुवीर सिंह रावत को सूचना दी। उसने बताया कि पुष्पेंद्र ने सामने से गोली मारी, जो दाहिनी तरफ कनपटी पर लगी, जिससे वह गिर गए। फिर अतेंद्र ने कार से खींचकर दूसरी गोली मारी, जो विक्रम (36) के कमर में लगी। कार से जमीन पर गिर पड़ा। बंटी समेत दो अन्य लोगों ने गोलियां चलाईं।
पुलिस ने मामले में अभी तक पुष्पेंद्र, अतेंद्र रावत, बंटी रावत, मुकेश रावत और दो अन्य को आरोपी बनाया है।
हमलावरों के घरों में लगाई आग
हत्या की खबर गांव तक पहुंची, तो परिजन आक्रोशित हो गए। भीड़ ने हमलावरों के घरों में आग लगा दी। सूचना मिलते ही पुलिस बल पहुंच गया। मृतक और आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं। उनके बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। वारदात के बाद गांव में तनाव व दहशत है। पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स गांव में तैनात कर दिया है।
पत्नी ने भाजपा प्रत्याशी पर लगाया आरोप
सरपंच विक्रम रावत की पत्नी नीतू रावत ने बताया कि मामले में मुख्य आरोपी मुकेश रावत, कृष्णा रावत, ओमप्रकाश रावत, दिलीप रावत व अन्य हैं। उन्होंने भाजपा नेता व भितरवार विधानसभा से प्रत्याशी मोहन सिंह राठौर पर भी आरोप लगाया। उन्होंने हत्या के आरोपियों के एनकाउंटर की मांग की है।

शूटर्स ने की थी पहले से रेकी
बताया जा रहा है कि वारदात से पहले आरोपियों ने रेकी की थी। एक्टिवा सवार दो बदमाश सरपंच की कार से आगे चल रहे थे। करीब 2 मिनट पहले ही वह स्पॉट (वकील का घर कांति नगर) में आकर खड़े हो गए थे, जबकि बाइक सवार दो बदमाश पीछा करते आ रहे थे। पुलिस का मानना है कि आशंका है कि आरोपियों ने रेकी के बाद वारदात को अंजाम दिया है। मौके पर माउजर के चार व पिस्टल के चार चले हुए राउंड मिले हैं।
कुछ महीने पहले गार्ड को हटाया था
छोटे भाई की हत्या के बाद विक्रम की जान को खतरा होने पर उसे शासन से गार्ड भी मिला था, लेकिन कुछ महीने पहले ही यह गार्ड हटा लिया। इसके बाद विक्रम सिंह रावत अपने साथ हमेशा चार से पांच आदमी रखता था। सोमवार को वकील के बुलाने पर वह जल्दबाजी में निकल गया।
CCTV से हमलावरों की पहचान
वारदात के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। एएसपी शहर अखिलेश रैनवाल का कहना है कि हमलावरों का पता लगाया जा रहा है। दो टीमें पड़ताल में लगी हैं। CCTV फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है।