महाकाल लोक में तेज आंधी से मूर्तियां गिरीं, सप्तऋषियों की 7 में से 6 प्रतिमाएं खंडित, कमलनाथ ने बनाई कमेटी
उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में रविवार को बिगड़े मौसम का असर महाकाल लोक पर भी पड़ा। शाम करीब 4 बजे अचानक आई तेज आंधी के कारण महाकाल लोक में स्थापित सप्तऋियों की 7 में से 6 मूर्तियां गिर गईं। इस दौरान वहां मौजूद श्रद्धालु बाल-बाल बच गए। मौसम विभाग के मुताबिक करीब 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चली थीं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिगड़े मौसम से नुकसान का संज्ञान लिया है। उन्होंने उज्जैन कलेक्टर और कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर राहत कार्य के लिए निर्देश दिए हैं। इधर, पूर्व सीएम कमलनाथ ने महाकाल लोक के निर्माण में भ्रष्टाचार की जांच के लिए 7 सदस्यों की टीम गठित की है।
रविवार होने से यहां महाकाल लोक को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। शाम करीब 4 बजे अचानक मौसम बदला। तेज आंधी चलने लगी। इस कारण वहां स्थापित सप्तऋषियों की मूर्तियां उखड़कर जमीन पर गिरने लगीं। यह देख वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। देखते ही देखते सात में से छह मूर्तियां गिर गईं। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अफसराें ने श्रद्धालुओं को बाहर निकाला।
क्रेन की मदद से मूर्तियों को दोबारा लगवाया जाएगा
कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम का कहना है कि बहुत तेज आंधी आने के कारण मूर्तियां पेडस्टल से नीचे गिरी हैं। लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी इन मूर्तियाें की लाइफ 10 साल है। पत्थर की मूर्तियां बनने में समय लगेगा। फिलहाल कंपनी को ही इनका रखरखाव करना है। क्रेन की मदद से मूर्तियों को दोबारा लगवाया जाएगा। घटना के लिए जिम्मेदारी तय कर एक्शन लिया जाएगा। फिलहाल मूर्तियों को पुर्नस्थापित करने के लिए महाकाल लोक को बंद किया गया है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने जांच के लिए कमेटी बनाई
उज्जैन में महाकाल लोक में हुए भ्रष्टाचार और आंधी तूफान की वजह से मूर्तियों को हुए नुकसान की जानकारी के संबंध में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने 7 सदस्य समिति बनाई है। इसमें सज्जन सिंह वर्मा, रामलाल मालवीय, दिलीप गुर्जर, शोभा ओझा, महेश परमार, मुरली मोरवाल, केके मिश्रा इस टीम में शामिल हैं। इसकी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजकर सातों नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया के सामने रखेंगे। उन्होंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री शिवराज से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की।

10 से 25 फीट ऊंची मूर्तियां
महाकाल लोक में 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी हैं। इन्हें गुजरात, ओडिशा और राजस्थान के कलाकारों ने बनाया है। यहां शिव समेत अन्य देवी-देवताओं की 190 से अधिक विशाल मूर्तियां स्थापित हैं।
दो चरणों में करोड़ों रुपए खर्च हुए
महाकाल कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण में 310 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। इसके बाद 778 करोड़ की लागत से दूसरे चरण का काम शुरू हुआ। इसके तहत महाकाल परिसर का विस्तारीकरण और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण किया था। इसके बाद से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का उज्जैन आने का सिलसिला जारी है।