भोपाल में तेज बारिश; खंडवा में अजनाल नदी में बाढ़ से मकान गिरे, बेतवा-मगरोड़ा नदी भी उफनी
भोपाल। मध्यप्रदेश में तेज बारिश का दौर लगातार जारी है। बुधवार सुबह भोपाल में बादल छाए रहे। दोपहर करीब 12:30 के बाद तेज बारिश शुरू हो गई। वहीं, खंडवा में अजनाल नदी में बाढ़ आने से कई मकान गिर गए। वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। विदिशा में बेतवा नदी भी उफान पर आ गई है। इधर, नर्मदापुरम और जबलपुर में तेज बारिश से नर्मदा का जलस्तर भी बढ़ रहा है।
मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 27 जिलों में बुधवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। आगर-मालवा के लिए अति भारी बारिश का अलर्ट है। 20 जुलाई से एक और नया सिस्टम एक्टिव होने से 26 जुलाई तक भी प्रदेश भीगेगा।
मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक एचएस पांडे के मुताबिक, वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन बीकानेर (राजस्थान), शिवपुरी, मंडला होते हुए बंगाल तक गुजर रही है। दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव हैं। दो दिन तक पूर्वी मध्यप्रदेश में बारिश की कमी रहेगी, लेकिन नॉर्थ – वेस्ट बंगाल के ऊपर एक और साइक्लोनिक सर्कुेलेशन बन रहा है।
खंडवा: अजनाल की बाढ़ में बहे मवेशी, कई गांव टापू बने
पुनासा में रातभर हुई तेज बारिश से अजनाल उफना गई है। नदी से सटे गांवों में बाढ़ के हालात हैं। सनावद-महेश्वर को जोड़ने वाली रोड डूब गई है। गुर्जरखेड़ी, आवलियां, रिछफल, कालियाखेड़ी, नवलगांव में कई कच्चे मकान गिर गए। मवेशी और खेतों में लगी कपास की फसल भी बह गई। राजस्व विभाग और होमगार्ड का दल ने राहत और बचाव कार्य में शुरू कर दिया है।
विदिशा: बेतवा की बाढ़ में घिरे मंदिर
मंगलवार को रेहटी बांध के दो गेट खोले गए। बुधवार को भी त्योंदा के बघर्रु बांध के गेट खुल सकते हैं। बेतवा में पानी का जलस्तर बढ़ गया है। प्राचीन चरणतीर्थ मंदिर पानी से घिर गए। मंदिर पर पहुंचने वाला छोटा पुल पहले ही पानी में डूब चुका है। माधवगंज क्रमांक 2 स्कूल लबालब हो गया।
गुना – मगरोड़ा नदी उफान पर
गुना के फतेहगढ़ इलाके में स्टेट हाईवे-46 पर मगरोड़ा नदी उफान पर आ गई। पानी पुल पर बहने लगा। स्टेट हाईवे 46 गुना जिले को राजस्थान से जोड़ता है। यह मार्ग कोटा तक जाता है। मंगलवार दोपहर तेज बारिश से नदी में बहाव तेज हो गया। देर रात पुल से पानी तो उतर गया, लेकिन बहाव अभी भी तेज है।
MP के पश्चिमी हिस्से में 22% बारिश ज्यादा
IMD भोपाल के वैज्ञानिकों के अनुसार, प्रदेश में 1 जून से अब तक 26% बारिश ज्यादा हो चुकी है। पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से 10% अधिक हुई है। पश्चिमी मध्यप्रदेश में औसत से 22% अधिक बारिश हो चुकी है। सिवनी में सबसे ज्यादा 23 इंच के करीब बारिश हुई है। खरगोन में सबसे कम 6 इंच बारिश दर्ज की गई है।