कटनी में ओले-बारिश फसलें बर्बाद, कलेक्टर ने दो किलोमीटर पैदल चलकर किया निरीक्षण

कटनी। कटनी में ओले और बारिश के कारण खराब हुई फसलों का सर्वे किया जा रहा है। कलेक्टर अवि प्रसाद सोमवार को ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों का निरीक्षण करने खन्ना बंजारी व हथेड़ा गांव पहुंचे। कलेक्टर ने करीब दो किलोमीटर तक खेतों की पगडंडियों और मेढ़ों पर चलकर, कंटीली झाड़ियों से बचते-बचाते चले। वे किसान नत्थू सिंह मरावी व मदन सिंह के खेतों तक पहुंचे। उन्होंने गेहूं की बालियां देखकर जांच की।
इस दौरान किसानों ने कलेक्टर को बताया कि ओलावृष्टि के कारण चने के फूल झड़ गए हैं, जबकि गेहूं की फसल में नुकसान नहीं हुआ है, पर पकने के बाद गेहूं के दाने पतले निकलेंगे। इससे किसानों को नुकसान भी हुआ है। इस दौरान गांव के राजेश तिवारी भी मौजूद रहे। हथेड़ा के रहने वाले किसान धनपत और गोविंद ने कहा कि बागवानी, सब्जी भाजी, टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचा है।
धनपत ने ओला गिरने से टमाटर फट कर बिखरने के बारे में बताया। ग्रामीणों के तीन-चार लोगों के समूह ने रास्ते में कलेक्टर की गाड़ी रोक ली। लोगों ने कलेक्टर को नुकसान की जानकारी दी। कलेक्टर ने दिनेश कचेर, अमृत लाल और दादू राम के खेत पर पहुंचे। यहां सरसों की फसल पक चुकी थी। मौके पर मौजूद उपसंचालक कृषि ने किसानों को समझाइश दी कि सरसों की फसल को तत्काल कटाई कर लें, नहीं तो धूप तेज होने पर फलियां चटक कर बिखरने लगेंगी।
कलेक्टर ने कहा- जल्द सर्वे करेगी टीम
कलेक्टर ने किसानों को आश्वस्त किया कि ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों की क्षति का सर्वे करने राजस्व और कृषि विभाग की टीम गांव में पहुंचेगी। नुकसान का सर्वे कराकर प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाया जाएगा। इस दौरान एसडीएम महेश मंडलोई, तहसीलदार बरही नितिन पटेल, अधीक्षक भू अभिलेख डॉ. राकेश कुमार समेत कृषि विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।