कूनो से आई खुशखबरी, मादा चीता आशा ने तीन शावकों को दिया जन्म

श्योपुर। मध्यप्रदेश में श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क से बुधवार को खुशखबरी आई है। मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया है। तीनों शावक पूरी तरह से स्वस्थ हैं। डीएफओ थिरुकुराल आर ने इसकी पुष्टि की है।
नेशनल पार्क का मैदानी अमला और डॉक्टरों की टीम शावकों पर नजर बनाए हैं।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बुधवार को चीता के शावकों का वीडियो एक्स कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा- जंगल में म्याऊँ!
यह बताते हुए खुशी हो रही है कि कूनो नेशनल पार्क ने तीन नए सदस्यों का स्वागत किया है। शावकों का जन्म नामीबियाई चीता आशा से हुआ है।
यह पीएम श्री द्वारा परिकल्पित प्रोजेक्ट चीता की जबरदस्त सफलता है।
बता दें कि 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे। 18 फरवरी 2023 को साउथ अफ्रीका से 8 चीते लगाए गए थे। इनमें से नामीबिया से लाई गई मादा चीता ने 4 शावकों को जन्म दिया था। इस तरह कुल 24 चीता शावकों में से अब तक 6 चीता और 3 शावकों की मौत हो गई। जिसके बाद 15 चीता कूनो में थे। अब आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया है। जिसके बाद कूनो में चीता और शावकों की संख्या 18 हो गई है।

पीएम मोदी ने दिया था आशा को नाम
पिछले साल 17 सितंबर को नामीबिया से कूनों नेशनल पार्क में लाई गई मादा चीता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आशा नाम दिया था। उन्होंने ही सभी चीता को कूनो में रिलीज किया था। आशा से उम्मीद भी जताई गई थी कि वह कूनो के साथ देश को खुशखबरी देगी।
सीसीएफ उत्तम शर्मा का कहना है कि तीनों शावक स्वस्थ हैं। तीनों पर नजर रखी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने 3 शावकों के जन्म पर दी बधाई
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा- एक समय था जब एशिया की धरती से चीता समाप्त हो गया था। आज तीन चीता शावकों ने जन्म लिया है। यह विश्व की विशेष घटना है। कूनो नेशनल पार्क में चीता परियोजना की सफलता इन तीन शावकों के जन्म से स्थापित होती है। इसकी परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पारिस्थितिकी संतुलन के उद्देश्य से की थी। जिसे साकार होते हुए देखना रोमांचकारी है।
इससे पहले नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने 27 मार्च 2023 को 4 शावकों को जन्म दिया।