Friday, December 13, 2024
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पूर्व महामंडलेश्वर Mandakini ने जयपुर के संत से लिए 8.90 लाख रुपए, आचार्य महामंडलेश्वर बनाने का झांसा दिया; FIR दर्ज

Former Mahamandaleshwar Mandakini took 8.90 lakh rupees from a saint of Jaipur on the pretext of becoming Acharya Mahamandaleshwar; FIR registered, Ujjain, Mandakini Fraud Updates, Kalluram News, Today News
महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर महाराज ने मंदाकिनी के खिलाफ शिकायत की है।

उज्जैन। उज्जैन में निरंजनी अखाड़े की निकाली गई पूर्व महामंडलेश्वर Mandakini उर्फ ममता जोशी के खिलाफ धोखाधड़ी का एक और केस दर्ज किया गया है। जयपुर के महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर ने  शुक्रवार को महाकाल थाने में शिकायत की है, ‘ Mandakini ने उनसे अखाड़े में आचार्य महामंडलेश्वर बनाने का झांसा देकर 8 लाख 90 हजार रुपए लिए थे। पिछले सात महीने में ये राशि उन्होंने ऑनलाइन ट्रांसफर की थी। इससे पहले, शुक्रवार को ही उन्होंने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज से शिकायत की।

Mandakini

जिला अस्पताल के ICU में भर्ती मंदाकिनी 

निरंजनी अखाड़े के महंत सुरेश्वरानंद पुरी महाराज ने 6 मई की रात चिमनगंज थाने में मंदाकिनी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। बताया, ‘महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी उर्फ ममता जोशी ने श्रीपंचायती निरंजनी अखाड़े में उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि दिलवाने का झांसा दिया था। इसके एवज में 15 अप्रैल 2024 को मंदाकिनी को साढ़े सात लाख रुपए भी दिए थे। मामला सामने के बाद Mandakini को अखाड़े से निष्कासित कर दिया गया।

दूसरे दिन 7 मई को कीटनाशक पीकर सुसाइड की कोशिश की। वर्तमान में मंदाकिनी जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। वह किसी को पहचान नहीं पा रही है।

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Mandakini

जयपुर के संत को दिया झांसा

जयपुर में रहने वाले निरंजनी अखाड़े के ही महामंडलेश्वर नर्मदाशंकर शुक्रवार दोपहर उज्जैन पहुंचे। उन्होंने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी से शिकायत की। उन्होंने बताया कि पिछले साल महामंडलेश्वर की उपाधि मिलने के कुछ दिन बाद मंदाकिनी ने फोन पर अखाड़े का आचार्य महामंडलेश्वर बनाने का प्रलोभन दिया। बताया कि अखाड़े में प्रमोशन हो जाएगा। करीब 10 से 12 लाख रुपए लगेंगे।

मैंने उनको बताया कि में निजी स्कूल के शिक्षक से संत बना। मेरे पास इतने रुपए नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब जैसे आते जाएं, रुपए भेज देना। ऐसे करते हुए मैंने पिछले 7 महीने में 8 लाख 90 हजार रुपए मंदाकिनी के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर किए। इस दौरान मंदाकिनी ने दूसरे के अकाउंट नंबर भी दिए, लेकिन मैंने ट्रांसफर करने से मना कर दिया। कभी 50, तो कभी 20 हजार तो करीब 40 हजार रुपए ट्रांसफर किए।

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