भोपाल में पहली बार नाटक की एंट्री फीस 500 रुपए, रंगकर्मी बोले- कमर्शियल थिएटर बनाने की कोशिश
भोपाल। भोपाल में पहली बार ऐसा नाटक का मंचन किया जाएगा, जिसकी एंट्री फीस 500 रुपए होगी। ‘आगरा बाजार’ नाम के इस नाटक का मंचन 28 अप्रैल को रवींद्र भवन में किया जाएगा। इसके निर्देशक रंगकर्मी हबीब तनवीर हैं। इसका परफॉर्म हम थिएटर ग्रुप द्वारा किया जाएगा।
हम थिएटर से वरिष्ठ रंगकर्मी और बॉलीवुड कलाकार बालेंद्र सिंह का कहना है कि मैं कमर्शियल थिएटर बनाने कि कोशिश कर रहा हूं। कलाकार अच्छे से अच्छा परफॉर्मेंस करें, ताकि दर्शक मुंह मांगी कीमत देकर नाटक देखें।
बालेंद्र ने बताया कि अनुदान होने से लोग ज्यादा कमर्शियल शो या टिकट शो की तरफ नहीं जा रहे।
200 रुपए के टिकट में नहीं आई थी पब्लिक
इससे पहले, बालेंद्र सिंह ने ‘पॉपकॉर्न’ का मंचन 21 अप्रैल को भोपाल में किया था। जिसको देखने के लिए इक्का दुक्का लोग ही पहुंचे थे। इस नाटक में 200 रुपए का टिकट रखा गया था। यह पहली बार था कि शहर में किसी नाटक के लिए टिकट रखी गई थी।
बालेंद्र का कहना है कि कम संख्या के बावजूद भी परफॉर्मेंस में कमी नहीं आई। मैंने वैसे ही परफॉर्मेंस किया, जैसा 100 लोगों के सामने करता हूं।
दिल्ली-मुंबई में ढाई हजार तक का टिकट लेते हैं
बालेंद्र कहते हैं कि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, गुजरात में तो लोग ढाई हजार तक के टिकट लेते हैं। टिकट में भी बैक-टू-बैक एक दिन के 3 शो में भी हाउस फुल होता है। मेरी कोशिश है कि भोपाल में इतना तो नहीं पर कुछ थिएटर का कल्चर आए। जैसे बैक-टू-बैक दो शो, हाउस फुल शो की प्रथा लागू कर सकूं। मैं लोगों को प्रोत्साहित कर सकूं कि वह अच्छा थिएटर करें। आगरा बाजार नाटक के 28 अप्रैल को 2 शो होंगे।
कैलकुलेशन के बाद तय की फीस
रंगकर्मी बालेंद्र सिंह ने बताया कि ‘आगरा बाजार’ नायाब नाटक है। यह बहुत कम मंचित हुआ है। केवल सरकारी संस्थान ही इसका मंचन करवाती हैं। 10 साल बाद जब हमारे थिएटर ग्रुप ने रिवाइज किया] तो लगा कि ऐसा एक नाटक भोपाल में करना चाहिए। जब पैसों का सोचा तो हमारे पास इतना फंड नहीं था, कि नाटक हो पाए।
कैलकुलेशन किया तो 500 रुपए की टिकट करना तय हुआ, जिससे नाटक का खर्च निकल जाएगा।
बालेंद्र सिंह कहते हैं कि क्यों हम किसी से अनुदान या स्पॉन्सरशिप ले। इसकी जगह हम जनता से सहयोग लेकर उन्हें ही ऐसी प्रस्तुति दें, जैसे कि वे पिक्चर देख रहे हो।
नाटक ‘आगरा बाजार’ में क्या
- हबीब तनवीर का नाटक ‘आगरा बाजार’ आधुनिक भारतीय रंगमंच और भारतीय नाटक के इतिहास में वह मील का पत्थर है।
- यह नाटक एक युगांतर उपस्थित कर देने वाला नाटक है। 1954 में इस नाटक का प्रथम मंचन दिल्ली में हुआ था।
- 70 साल से ये नाटक हिन्दी रंगमंच के दर्शकों के दिलों पर राज कर रहा है।
- भोपाल में लगभग 10 साल बाद इस नाटक का मंचन होने जा रहा है।