रीवा में कोल्ड स्टोरेज में लगी आग, 50 गाड़ियां और डेढ़ करोड़ के केले खाक, मशीन-प्रिंटिंग प्रेस भी जले
रीवा। रीवा में कोल्ड स्टोरेज बिल्डिंग में भीषण आग लग गई। इसमें आग में 50 गाड़ियां, डेढ़ करोड़ के केले, मशीन और प्रिंटिंग प्रेस भी खाक हो गए। घटना मंगलवार रात करीब 12:30 सिविल लाइन थाना क्षेत्र के कॉलेज रोड चौराहा की है। फायरकर्मी करीब 10 घंटे की मशक्कत के बाद यानी बुधवार सुबह करीब 11 बजे काबू में ला सके। करीब 26 दमकल पानी डालकर आग को काबू में किया जा सका। हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई।
कॉलेज रोड चौराहा पर भगवान शीत भंडार नाम का कोल्ड स्टोरेज है। बिल्डिंग के मालिक विजय सिंह हैं। बात करते हुए उनकी आंखें छलक उठीं। प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
बताया गया कि सुबह 8 बजे तक लपटों पर तो काबू पा लिया गया, लेकिन राख के ढेर धधक रहे थे। इसके बाद दो बार आग फिर भड़की। ऐसे में SDRF को बुलाना पड़ा। रीवा SDRF कमांडेंट ने बताया कि उन्हें भोपाल कंट्रोल रूम से जानकारी मिली थी। आग बुझा दी गई है। जनहानि नहीं हुई, लेकिन काफी सामान जल गया।
क्रशर ऑफिस के रिकॉर्ड्स जले
बताया जा रहा है कि बिल्डिंग 40 साल पुरानी है। तेज लपटों की वजह से बिल्डिंग भी डैमेज हुई है। छज्जे और दीवारों से प्लास्टर गिर गया। इमारत में विद्या आर्ट, रहीस ऑटो पार्ट्स, अभिनव टेंट और विनोद फूड कंपनी की भी किराए पर ली गईं दुकानें और गोदाम हैं। एक क्रशर ऑफिस भी है, जिसके लेन-देन के रिकॉर्ड्स जल गए। बिल्डिंग के मालिक विजय सिंह का यहां केला स्टोर, बर्फ और आइसक्रीम फैक्ट्री है। टेंट के गोदाम तक आग नहीं पहुंची। यहां 6 सिलेंडर रखे थे।
फायर ब्रिगेड ऑफिस में ड्राइवर नहीं था
बिल्डिंग में ऑटो पार्ट्स की दुकान खोले रहीस खान ने बताया कि कुल मिलाकर करीब दो करोड़ का नुकसान हुआ है। उनकी खुद की 50 गाड़ियां (टूव्हीलर-स्कूटर) जल गईं। वे इन्हें खरीदने और बनाकर बेचने का भी काम करते हैं। बाकी और लोगों का भी नुकसान हुआ है।
उन्होंने बताया कि मंगलवार रात 11 बजे दुकान बंद कर घर गए थे। रात 12.30 बजे गार्ड ने फोन कर गोदाम में आग की सूचना दी थी। पूछने पर उसने बताया कि थोड़ी सी लगी है। मैं भी पहुंचा, तो आग ज्यादा नहीं थी। तुरंत फायर ब्रिगेड को बुलाने पहुंचा। वो टाइम लगा दिए। ड्राइवर नहीं था। जब ड्राइवर आया और गाड़ी लेकर आए, तो आग कंट्रोल नहीं हुई। समझ नहीं आ रहा आग कैसे लगी।
आग इतनी भीषण थी कि लपटें बेकाबू होती जा रही थीं। गाड़ियों चपेट में आने से टायरों में धमाके हुए। इस वजह से आग और तेजी से फैली। कोल्ड स्टोरेज बिल्डिंग के आसपास रहने वाले रातभर सो नहीं सके। राहुल टंडन का कहना है कि पेट्रोल बाइकें जल रही थीं।