जबलपुर में फर्जी महिला SDM 9.5 लाख नकदी और टीवी-फ्रिज लेकर भागी, ऑनलाइन दोस्ती कर दिया शादी का झांसा
जबलपुर। एक महिला ने फर्जी एसडीएम बनकर युवक को शादी का झांसा दिया। इसके बाद भाई के साथ मिलकर 9.5 लाख रुपए और टीवी-फ्रिज लेकर भाग गई। पुलिस ने दोनों भाई-बहन को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों सोमवार को इटारसी (नर्मदापुरम) से अरेस्ट किए गए। महिला ने मैट्रिमोनियल साइट पर जबलपुर के व्यक्ति से शादी के लिए हामी भरी। महिला ने बताया था कि उसने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की परीक्षा पास कर ली है। SDM पोस्ट मिली है। जबलपुर में ट्रेनिंग पीरियड में है।
महिला ने शादी के लिए 9.5 लाख रुपए एडवांस लिए। साथ ही डेढ़ लाख का घरेलू सामान भी खरीदवाया। व्यक्ति ने उसे जबलपुर में मकान दिलाया। करीब 6 महीने बाद महिला सामान और रुपए लेकर भाग गई। पुलिस आरोपियों की मां की तलाश कर रही है।
मां और भाई से मिलाया, टीवी, फ्रिज मांगे
आरोपियों के खिलाफ साल 2022 में केस दर्ज किया गया था। मदन महल थाना क्षेत्र के आमनपुर में रहने वाले विकास तिवारी (40) की मैट्रोमोनियल साइट के जरिए श्वेता तिवारी (37) से पहचान हुई थी। दोनों ने एक-दूसरे को पसंद किया।
विकास ने पुलिस को बताया था कि श्वेता ने शादी का झांसा दिया। उसने खुद को इटारसी का रहने वाला बताया। श्वेता ने अपनी मां निशा और भाई सौरभ (35) से भी मिलवाया था। कुछ दिन बाद श्वेता ने बताया कि SDM के पद पर सिलेक्शन हो गया है। ट्रेनिंग जबलपुर में होना है। जबलपुर में कोई पहचान नहीं है। रहने के लिए जगह भी नहीं है।
इस पर विकास ने जनवरी 2022 में माढ़ोताल के रिमझा में उसे चार हजार रुपए प्रतिमाह पर मकान दिलवा दिया। किराया भी खुद देने लगे। श्वेता के कहने पर उसे टीवी, सोफा, वॉशिंग मशीन, बेड, फ्रिज, बर्तन और दूसरी चीजें भी लाकर दीं।
10 एकड़ जमीन बेचने का कहकर 9.5 लाख रुपए एडवांस लिए
पुलिस के मुताबिक, श्वेता ने विकास को कहा कि कटंगी में उसके परिवार के पास 10 एकड़ जमीन है। इसकी कीमत एक करोड़ है। कोई ग्राहक हो तो बिकवा दीजिए। विकास ने सोचा कि रिश्ते की बात हो ही रही है, क्यों न वे खुद ही जमीन खरीद लें। उन्होंने 50 लाख में सौदा तय किया। अपनी जमीन बेचकर श्वेता को 9.5 लाख रुपए एडवांस दे दिए।
सामान समेट कर रातोंरात भागी
विकास को लग रहा था कि श्वेता SDM की ट्रेनिंग कर रही है। उन्हें हरकतों पर शक नहीं हुआ। जबलपुर आने के 6 महीने बाद श्वेता सामान समेटकर रातोंरात मकान खाली कर भाग गई। मकान मालिक ने विकास को जानकारी दी। तब फ्रॉड का पता चला।
दो-तीन महीने विकास श्वेता की तलाश करते रहे। कई बार कॉल किया। नवंबर 2022 में उन्होंने केस कराने का निर्णय लिया। मदनमहल थाने में शिकायत की। जांच अधिकारी एसआई दीपचंद राय ने बताया कि पुलिस को एक साल से आरोपियों की तलाश थी। जल्द इनकी मां को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।