छिंदवाड़ा में कमलनाथ के बंगले पर असंतुष्टों ने जताया विरोध, गोटेगांव से शेखर चौधरी बोले- निर्दलीय लड़ूंगा
छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर विरोध हो रहा है। शनिवार को छिंदवाड़ा में कमलनाथ के शिकारपुर स्थित बंगले पर असंतुष्टों ने प्रदर्शन किया। गोटेगांव से शेखर चौधरी ने कहा है कि वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
20 साल बाद भी कांग्रेस गुटबाजी से उबर नहीं पाई है। गुरुवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ तीन दिन के प्रवास पर पहुंचे। इस दौरान गोटेगांव, पिपरिया और आमला के असंतुष्टों की भीड़ लग गई। सभी ने टिकट को लेकर पीसीसी चीफ के सामने नाराजगी जताई।
गोटेगांव के कांग्रेस के दावेदार शेखर चौधरी 200 से ज्यादा समर्थको के साथ प्रदेश अध्यक्ष के बंगले पहुंचे थे। उन्होंने कहा- जब सर्वे में मेरा नाम आया था, तो हमारी टिकट काटकर एनपी प्रजापति को क्यों दे दी गई? उन्होंने कमलनाथ के सर्वे पर उंगली उठाई है।
यही नहीं, प्रदेश अध्यक्ष पर दवाब की राजनीति का आरोप भी लगाया। दरअसल, कमलनाथ ने टिकट बांटने के पूर्व ऐलान किया था कि सर्वे में जिसका नाम आएगा, उसी प्रत्याशी को टिकट दिया जाएगा। सर्वे में शेखर चौधरी का नाम भी शामिल था। उन्हें चुनाव रण में उतारने हरी झंडी भी दे दी गई थी।
ऐन मौके पर शेखर चौधरी की जगह एनपी प्रजापति को टिकट दे दी गई। इसे लेकर गाेटेगांव में नाराजगी देखी जा रही है। करीब दो से तीन घंटे बाद समर्थकों के साथ वे लौट गए।
दिग्विजय खेमे से प्रजापति
एनपी प्रजापति दिग्विजय खेमे के हैं। आरोप है कि दिग्विजय के दबाव के कारण शेखर की टिकट काटकर एनपी को दी गई है। गोटेगांव से दावेदार शेखर चौधरी ने कहा कि बी फार्म आने तक इंतजार करूंगा। नाम नहीं आया, तो निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा। उन्होंने चुनाव के लिए सामग्री भी खरीद ली है। ऐसे में टिकट नहीं मिलने से उनकी साख खराब होगी।
पिपरिया में भी हो रहा विरोध
पिपरिया में कांग्रेस प्रत्याशी गुरुचरण खरे का भी विरोध हो रहा है। यहां कांग्रेस स्थनीय प्रत्याशी की मांग कर रही है। इसके चलते स्थनीय कांग्रेस कार्यकताओ ने कांग्रेस प्रत्याशी को खदेड़ दिया। बताया जा रहा है कि पीसीसी चीफ कमलनाथ के नजदीकी होने के कारण उन्हें पिपरिया से टिकट दिया गया है।