अमित शाह के ‘जनाजा’ वाले बयान पर दिग्विजय का पलटवार, राजगढ़ में कहा- बीजेपी नेता मेरी अर्थी निकालना चाहते हैं
राजगढ़। राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह के जनाजा वाले बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- मुझ पर अमित शाह जी की इतनी कृपा रही। उनका मेरे प्रति इतना प्रेम है कि वो आए और मेरा जनाजा निकालने की बात कह गए। यानी मेरी अर्थी बीजेपी के नेता निकालना चाहते हैं। और क्यों? क्योंकि मैं आप सबकी चिंता करता हूं।
पहले पढ़िए, शाह ने दिग्विजय को लेकर क्या कहा था
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के खिलचीपुर में चुनावी सभा को संबोधित किया था। जिसमें उन्होंने कहा- बहुत बार ये आए, बहुत बार ये गए। अब समय आ गया है इनको परमानेंट विदाई देने का। राजनीति से दिग्विजय सिंह की परमानेंट विदाई राजगढ़ वालों को करनी है। लेकिन मेरी एक रिक्वेस्ट है। राजनीति से उनकी परमानेंट विदाई जरूर करो, मगर आशिक का जनाजा है, जरा धूम से निकले। बड़ी लीड से हराइएगा। उनके सम्मान जैसी लीड से हराकर उनको घर पर बैठाने का काम राजगढ़ वाले करें।
दिग्विजय सिंह ने कहा- मेरे पास कंधों की कमी नहीं
दिग्विजय सिंह ने शनिवार को राजगढ़ के तलेन में चुनावी सभा को संबोधित किया। कहा- मेरा जनाजा निकालने की मांग उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से की। मेरे पास कंधों की कमी नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के कंधों पर मेरा जनाजा और शव नहीं जाएगा। मेरे पास कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की अपार संख्या है। मैं उनसे यह भी कहना चाहता हूं कि आप इस बात को समझ ले, मैं यहां पर राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से मेरा जीवन का लगाव है।
शाह ने अपने भाषण में 17 बार मेरा नाम लिया
दिग्विजय सिंह ने कहा- खिलचीपुर की सभा में अमित शाह ने भाषण में 17 बार मेरा नाम लिया। यह उनका मेरे प्रति जो अपार प्रेम है वह दर्शाता है। मैं उनका आभारी हूं, लेकिन जो झूठ बोलने के संस्कार उनके गुरु नरेंद्र मोदी ने उन्हें दिए हैं, वह उनके भाषण में 8 बार नजर आए। इसके बाद दिग्विजय ने शाह के आठ झूठ भी गिनाए हैं।
दिग्विजय ने सोशल मीडिया X पर शाह के भाषण को लेकर ये लिखा
- अमित शाह का झूठ : दिग्विजय सिंह की सलाह से राहुल गांधी ने घोषणा पत्र में मुस्लिम पर्सनल लोन डाला। तथ्य: कांग्रेस के घोषणा पत्र में कोई मुस्लिम पर्सनल लोन नहीं है।
- अमित शाह का झूठ: दिग्विजय सिंह ने भगवा आतंकवाद कहा। तथ्य : मैंने कभी भगवा आतंकवाद शब्द का प्रयोग नहीं किया।
- अमित शाह का झूठ : दिग्विजय सिंह ने अफजल गुरु की फांसी का विरोध किया। तथ्य: मैंने अफजल गुरु की फांसी को जल्द करवाने के लिए पत्र लिखा था कि अफजल गुरु को जल्द फांसी दी जाए।
- अमित शाह का झूठ: दिग्विजय सिंह ने PFI पर बैन लगाने का विरोध किया। तथ्य: मैंने कभी PFI पर बैन का विरोध नहीं किया, बल्कि सिमी पर सबसे पहले प्रतिबंध मेरी ही सरकार ने लगाया था। सच्चाई भारतीय जनता पार्टी ने PFI की राजनीतिक इकाई के साथ कर्नाटक में गठबंधन करके लोकल चुनाव लड़ा।
- अमित शाह का झूठ: दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोरोना का टीका मत लगाओ। तथ्य: मैंने कभी भी कोरोना का टीका न लगाने की अपील नहीं की।
- अमित शाह का झूठ: कोरोना महामारी में राजनीति करी। सच्चाई और तथ्य : जब राजगढ़ जिले के लोग ऑक्सीजन और सिलेंडर के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे थे तब मैंने दिल्ली से ऑक्सीजन सिलेंडर भेजकर इलाज की व्यवस्था करायी।
- अमित शाह का झूठ: मेडिकल कॉलेज हमने दिया।
- तथ्य: राज्य में कांग्रेस की सरकार थी, जयवर्धन सिंह प्रभारी मंत्री थे ! उन्होंने मुख्यमंत्री से राजगढ़ जिला मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव केंद्र को भिजवाया।
अमित शाह का झूठ: भोपाल रामगंज मंडी रेलवे लाइन हमने 2000 करोड़ प्रस्तावित किया ! तथ्य: सन 2000 – 2001 प्रस्ताव स्वीकृति वर्ष था, उस समय राज्य में कांग्रेस सरकार थी। लागत 2000 करोड़ नही अमित शाह उस समय 3032 करोड़ रुपए रखी गई थी। अंत में दिग्विजय ने लिखा कि भाजपा यानी की झूठ का पुलिंदा।