दिग्विजय के भाई बोले-सिंधिया अच्छे वक्ता, मैं उन्हें मिस करता हूं, लक्ष्मण सिंह ने कहा-बजरंग दल एंटीनेशनल नहीं
इंदौर। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और दिग्विजय सिंह के छोटे भाई व कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने सिंधिया को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा- मैं सिंधिया को मिस करता हूं, क्योंकि सिंधिया जी से कांग्रेस को लाभ था, उनका एक पोटेंशियल है। वो बड़े अच्छे वक्ता हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के सैकड़ों नेता कांग्रेस में आना चाहते हैं। कई सिंधिया समर्थक भी उनके संपर्क में हैं। लक्ष्मणसिंह शुक्रवार को इंदौर में थे। यहां वे पत्रकारों से मुखातिब थे।
लक्ष्मण सिंह ने कहा कि सिंधिया के बीजेपी में आने पर ग्वालियर-चंबल संभाग में कांग्रेस को फायदा मिला है। सिंधिया नहीं हारेंगे, क्योंकि वे चुनाव नहीं लड़ रहे। उनके लोग जनता के बीच जा रहे हैं। उनकी दुर्दशा हो रही है। अधिकतर जो इनके लोग बीजेपी में गए हैं, 90% लोग हारेंगे। सभी का जनाधार खिसका है। चुनाव के बाद सिंधिया को गलती का एहसास होगा।
बजरंग दल एंटी नेशनल नहीं
बजरंग दल को लेकर हो रही सियासत पर लक्ष्मण सिंह ने कहा- मेरे ख्याल से ऐसी जरूरत नहीं है कि बजरंग दल को प्रतिबंधित किया जाए। ये एंटी नेशनल मूवमेंट नहीं है। उनकी दो-तीन बातें होती हैं। हिंसा नहीं करना चाहिए। यदि कोई ऐसा करता है, तो उसके लिए पुलिस है, लेकिन किसी भी संस्था को, जो एंटी नेशनल नहीं है। अगर कोई एंटी नेशनल है, तो उसे बैन कीजिए। उसे जेल में डालिए। एनआईए यदि कहता है कि बजरंग दल को बैन कीजिए, तो करिए। जब एनआईए नहीं कह रहा और इनका मुझे कुछ ऐसा एंटी नेशनल नहीं दिखता।
कांग्रेस की आइडियोलॉजी नहीं- पवैया
लक्ष्मण सिंह के बयान पर पूर्व मंत्री और बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया ने कहा- कांग्रेस की कोई आइडियोलॉजी नहीं है। कांग्रेस की कोई विचारधारा नहीं है। कांग्रेस इस तरह के फैसले और अनर्गल बातें करती है, जो दिशाहीन है। किसी नेता के समझ में तो आया, ये अच्छी बात है।
कूनो में चीतों की मौत पर लक्ष्मण सिंह ने कहा
कूनों में चीतों की मौत को लेकर उन्होंने कहा कि इसमें दो तीन बातें है, जो विशेषज्ञों ने भी कही हैं। एक तो ये कि आपको एक साथ 20 चीते नहीं लाना थे। धीरे-धीरे फेज में लाना था। चीतों को लाने में जल्दबाजी कर दी। चीता ऐसा जानवर है, जो दौड़कर शिकार करता है। उन्हें दौड़ने के लिए जगह चाहिए, उसका भोजन तब पचता है, जब वह दौड़ता है। उसे लाकर बाड़े में रख दो, तो वह बीमार पड़ता है। इसमें दो चीतों की मौत हो गई। एक की आपस में लड़कर मौत हो गई। लड़ रहे हैं, क्योंकि जगह नहीं है। सागर में नौरादेही, मंदसौर में गांधी सागर है। एक राघवगढ़ का प्रस्तावित है। इनमें चीतों को छोड़ा जाए। इनके भोजन को वहीं ब्रीड कीजिए। कूनों में डियर ब्रीडिंग सेंटर बनवाएं। लॉयन भी लाना चाहिए।